बस एक बार..

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


बस एक बार 

हां , बस एक बार चिल्लादो

कर दो विरोध प्रस्तुत पतन का ,

बहिष्कार करो

हर दीमक लगी परम्परा का ,

बस एक बार-

एक हो हिला दो

तंग विचारों की फौलादी दीवारें ,

फिर देखो

खुल जाएंगीं सौ-सौ खिड़कियां

और एक मेन-गेट भी ,

बस एक बार कर दो सूचित 

कि हम शुद्ध जन्तंत्रवादी हैं

न कि

समाजवादी आवरण तले मीठे जहर के उत्सुक !!


नमिता गुप्ता "मनसी"

मेरठ, उत्तर प्रदेश