कमिश्नरेट में उच्चाधिकारियों से शिकायत करना अपराध हो गया है क्या?

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

डीसीपी पश्चिम से दबंगों की शिकायत करना बुजुर्ग महिला को पड़ा भारी

लखनऊ : राजधानी में योगी सरकार द्वारा अपराध को नियंत्रित करने हेतू कमिश्नरी लागू की गई थी ताकि आपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके, मगर यहाँ विपरीत दिशा में पुलिस खुद अपराध में लिप्त होती नज़र आरही है। ऐसे एक नहीं तमाम मामले सामने है। मुख्यमंत्री द्वारा ज़ीरो टॉलरेंस के दावों की खुली धज्जियाँ कोई और नहीं खुद पुलिस उड़ाते नज़र आरही है। 

ताज़ा सनसनी खेज़ मामला चौक पुलिस का सामने आया है। चौक अंतर्गत राजा बाजार स्थित भवन संख्या 231/54 बाग मक्का में दोनों मकान आमने-सामने स्थित है। बीच में लगभग 5 फीट चौड़ी गली है। लेकिन मकान नंबर 231/54 के मालिक आग़ा मोहम्मद हसन व 231/56 के मालिक ताहिर हसन द्वारा सरकारी रास्ते पर एक राय होकर छत डाल ली है। वहीं 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला रानी बेगम ने दिनांक 22,12,2023 को डीसीपी पश्चिम राहुल राज को अर्जी देकर कहां की दबंगों ने आम रास्ते पर कब्जा कर लिया है। तथा दबंग रास्ते से निकलने को लेकर आए दिन लड़ाई झगड़ा करते रहते हैं। 

दिनांक 07 दिसम्बर 2023 को दबंगो द्वारा रास्ते से निकलने के लिए गली-गलौज की गई तथा जान से मारने की धमकी भी दी गई। जिसकी CCTV फुटेज चौकी प्रभारी राजेन्द्र बाबू को दी गई। लेकिन चौकी प्रभारी ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे पीड़िता को ही झूठा और आरोपों को बेबुनियाद बता डाला। महिला का कहना है कि दंबगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। महिला ने डीसीपी को बताया था कि दबंगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। और चौक पुलिस दबंगों के साथ मिलकर मेरे परिवार को षड्यंत्र के तहत फर्जी मुकदमे में फसाने की कोशिश की जा रही है। 

सवाल है कि कमिश्नरेट सिस्टम में उच्चाधिकारियों से शिकायत करना अपराध हो गया है, यदि नहीं तो प्रकरण में आला अफसर चुप्पी क्यों साध गए। महिला ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया कहा कि मेरे दिए हुए प्रार्थना पत्र पर कार्रवाई नहीं की गई, दबंगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर पुलिस को खुली चेतावनी दी है और पुलिस मुकदमा लिखने के बजाय, दबंगों के साथ भ्रष्टाचार में लिफ्त नज़र आ रही है। चौक पुलिस की इस कार्यशैली से दबंगों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं। यही नहीं चौक पुलिस ने शासन से मांगी गई जानकारी पर भी गुमराह कर दिया है। चौकी प्रभारी राजेन्द्र बाबू द्वारा दस साल पुराना निर्माण बताया गया। जबकि पुलिस से शिकायत गाली-गलौज एवं जान से मारने की धमकी दिये जाने की गई थी, चौक पुलिस के रवैया से क्षेत्रवासियों में आक्रोश का माहौल है।