एकता व अखण्डता का प्रतीक "वन्दनीय भारत" कार्यक्रम सम्पन्न

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली : नृत्य कला के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त  श्रीनृत्याँजलि एवम् सामाजिक स्तर पर लोकप्रिय गिविंग हैण्ड्स वॉल्फेयर फाउण्डेशन के तत्वाधान में देश की महानतम् संस्कृति व परम्परा को समर्पित "वन्दनीय भारत" कार्यक्रम सफलतापूर्वक समपन्न हुआ । देश की बुनियादी सोच व पारम्परिक गतिविधियों को नृत्य की कलात्मक प्रस्तुतियों से लोकप्रिय युवा व बाल नृत्य कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से धन्यवाद व अभिवादन ज्ञापित किया । 

"वन्दनीय भारत"  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. हर्ष वर्धन जी ( पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ) और पण्डित राजेन्द्र गंगानी जी ( कथक नृत्य विशेषज्ञ ) उपस्थित रहे जिनकी उपस्थिति कार्यक्रम की सम्पन्नता हेतु एक उपलब्धि है । इनके अलावा डॉ. राहुल कुमार जी ( डिपुटी डायरैक्टर सी. सी. आर. टी ), धनञ्जय सिंह जी ( एडिटर इन चीफ़ - नेशन लाइव ) और पण्डित सुभाष चन्द्र जी ( कथक विशेषज्ञ ) की गरिमापूर्ण उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार-चाँद लगा दिए ।

इस शानदार कार्यक्रम में सम्मानित गुरु व मार्गदर्शक रेणु गोरेर जी, मिताली घोष जी, विनीता श्रीवास्तव जी, प्रिया शर्मा जी और साक्षी सैनी जी, अखिलेश पटेल जी, दिनेश परिहार जी और फ़िरोज खान, फ़रियाद खान आदि ने अपनी गरिमापूर्ण उपस्थिति दर्ज की ।

इस कार्यक्रम में कलात्मक प्रस्तुति के न्यायिक क्रियान्वन में गुरु दिनेश परिहार जी, गुरु अखिलेश पटेल जी और गुरु हितिन खुराना जी अपनी बहुमूल्य भूमिका निभाई ।

भारतीय कलात्मक परिवेश की नींव व बुनियादी पहल को नमन करने वाले इस कार्यक्रम में खास अतिथियों के रूप में क्रमश: - 

श्री अजीत कुमार जी, श्री राजन् रञ्जन जी और श्री गिरीश मित्तल जी, बिन्दिया जैन जी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहें । 

वन्दनीय भारत आयोजन की कलात्मकता को दर्शकों के मध्य प्रस्तुत करने हेतु दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान, तेलँगना, तमिलनाडू और हरियाणा, पंजाब, गुजरात व उत्तराखण्ड आदि राज्यों से नृत्य कलाकारों ने सहभागिता निभाई जिन्होंने अपनी नृत्य  व अन्य कलात्मक प्रस्तुतियों से भारत की अखण्डता व एकता में सांस्कृतिक परिवेश को प्रोत्साहित किया ।

कार्यक्रम के आयोजकों में डॉ. सुमिता दत्ता रॉय जी व उनके पति श्री सन्दीप रॉय जी ने समस्त पधारे आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते हुए "वन्दनीय भारत कार्यक्रम" के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी कि - 

"हमारे देश में एकता व अखण्डता व पारम्परिक संस्कृति की लोकप्रियता आधुनिक युग में युवा वर्ग के मन में रचे-बसे और शिक्षा के साथ साथ हम अपनी संस्कृति व सांस्कृतिक गतिविधियों से जुडे रहे यही हमारा उद्देश्य है इसलिए वन्दनीय भारत कार्यक्रम नाम से इस  पहल को एक सार्थक मंच प्रदान किया है।"