युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
पत्नियाँ अपने पति का नाम नहीं लेती है और बोलती है वो आए गए, वो जा रहे हैं ,
वो क्या खाएगे। तो बस सभी पत्नियाँ अपने पति को क्यो वो बोलती है उसी पर एक कविता प्रस्तुत है
मेरी जीने की वजह,
वो है................,
मेरी हँसने की वजह,
वो है.................,
मेरी रोने की वजह,
वो है................,
मेरी सफलता की वजह,
वो है..........................,
कदम, कदम पर साथ देने वाले,
वो है..........................,
मुश्किलों से बचाने वाले,
वो है....................,
मुझे संभालने वाले,
वो है................,
मुझे समझने वाले,
वो है...............,
प्यार से रानी बनाने वाले,
वो है...............,
मुस्कान केशरी
मुजफ्फरपुर बिहार
एम एस केशरी पब्लिकेशन