संतुलन

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

कुछ तुम बदलो,कुछ हम बदलें अपना मन,

आओ बनायें अपने रिश्ते में संतुलन....

ग़लतफ़हमी की दीवार बना क्यों तोड़ें रिश्ते को?

मिलजुलकर बनायें अनूठा समीकरण।

आओ बनायें अपने रिश्ते में सन्तुलन....

कटु वाणी से ना दिल दुखायें किसी का,

मृदु हृदय हो ,जिह्वा पर रहे सदैव मीठे वचन।

आओ बनायें अपने रिश्ते में संतुलन....

सुख के पहिये पर आसीन, दुःख की सवारी भी आती है,

हर हाल में रखें अपना संतुलित आचरण।

आओ बनायें अपने रिश्ते में संतुलन....

संतुलन जीवन का आधार है,जग का सार है,

सन्तुलित बन करें सुखी जीवन का आह्वान।

आओ बनायें अपने रिश्ते में संतुलन....


डॉ. रीमा सिन्हा (लखनऊ)