विधानसभा के बजट सत्र कल से,दिखेगा नई नियमावली का असर

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क  

पहले खूब होता रहा है सदन में राज्यपाल के अभिभाषण में हंगामा

बजट का आकार होगा बड़ा, अयोध्या केंद्रित योजनाओ पर हो सकता है खास फोकस

लखनऊ। यूपी असेम्बली का बजट सत्र दो फरवरी से शुरू होगा। चूंकि चुनावी वर्ष है इसलिए बजट का आकार बड़ा हो सकता है और लुभावनी घोषणाएं भी संभव हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के मौके पर इस बार नजारा बदला होगा। वजह विधानसभा की नई नियमावली जिसकी परख अब इसी सत्र में होगी। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्य अमूमन कागज के गोले फेंकने व सरकार विरोधी नारे लिखे बैनर व तख्तियां लेकर विरोध जताते रहे हैं।

नई नियमावली में इस पर रोक है।विधानसभा के बजट सत्र का आगाज राज्यपाल के अभिभाषण से होना है। इसी में सदस्यों के आचरण का भी इम्तहान है। नई नियमावली पिछले साल हुए आखिरी सत्र में लागू हो गई थी लेकिन राज्यपाल का अभिभाषण साल के पहले सत्र में या नई सरकार के गठन के बाद होने वाले सत्र में होता है। अभिभाषण के जरिए सरकार कामकाज व उपलब्धियों का ब्यौरा रखती हैं।राज्यपाल विधानमंडल के संरक्षक होने के नाते दोनों सदनों के सदस्यों को एकसाथ संबोधित करते हैं। पिछले साल 20 फरवरी को विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण हुआ तब विपक्ष खास तौर पर सपा सदस्यों ने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए। सरकार की आलोचना वाले नारे लिखे बैनर व तख्तियां लहराई थीं व वेल में आए थे। 

नई नियमावली में सदन में झंडे, बैनर व अन्य कोई वस्तु लाने पर रोक लगाई गई,इसमें मोबाइल फोन भी है।अयोध्या के समग्र विकास के लिए बने प्लान के हिसाब से योजनाएं बनाई गई हैं।कई योजनाएं नए वित्तीय वर्ष में शुरू होनी हैं, इसके लिए बड़ी रकम रखी जाएगी।चुनावी वर्ष है,बजट का आकार पहले से बड़ा हो सकता है। चुनावी वर्ष होने के कारण भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में अब उन बचे हुए वायदों पर फोकस हो सकता है, जिनपर अमल बाकी है।युवाओं के लिए नई योजना आ सकती है।विधानमंडल सत्र में अतीक अशरफ हत्याकांड व उमेशपाल हत्याकांड की अलग-अलग जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी।

 सीएजी रिपोर्ट पटल पर आएगी। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी व लोकसभा चुनाव की आहट के कारण सरकार ने सत्र थोड़ा पहले बुलाया है।अयोध्या में राममंदिर निर्माण व प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद विधानसभा सत्र है और लोकसभा चुनाव नजदीक है। इस मुद्दे पर भी सत्ता पक्ष व विपक्ष एक दूसरे को घेरेंगे और आरोप प्रत्यारोप के चलते हंगामे के आसार हैं। सदन में राज्यपाल के अभिभाषण व बजट प्रस्तावों पर भी चर्चा होनी है।इसमें मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष के संबोधन होंगे। सत्र में बजट पेश होगा। चुनाव के मद्देनजर बजट में कई नई घोषणाएं हो सकती हैं।