जयपुर म्यूजिक स्टेज जेएलएफ के साथ-साथ चलेगा

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

गुलाबी शहर इन दिनों जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के 17वें संस्करण की तैयारी में मगन है और यह जयपुर म्यूजिक स्टेज (जेएमएस) के साथ-साथ चलेगा। जेएमएस ने अपने सोमवार को अपने कलाकारों की सूची का अनावरण किया। जेएमएस पहली शाम को गायक, गीतकार और कवि अलीफ (मोहम्मद मुनीम) सहित भारतीय उपमहाद्वीप के कलाकारों की विविध श्रृंखला पेश करेगा। 

अलीफ कई पुरस्कार हासिल कर चुके हैं, जिनमें लालनावत के लिए दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल पुरस्कार, लाइक ए सूफी के लिए आईआरएए पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ लोक गीत-राइड होम के लिए आईआईएमए पुरस्कार शामिल हैं। शाम में द तापी प्रोजेक्ट भी शामिल होगा, जिसमें योगेंद्र सानियावाला (ध्वनिक और बास गिटार, गीत, रचना), स्वाति मिनाक्सी (आवाज), गौरव कपाड़िया (ड्रम) और बीजू नांबियार (कीबोर्ड, बास और ड्रम) शामिल होंगे।

 बैंड संगीत में लोक, ट्रिप-हॉप, जैज और परिवेशीय बनावट जैसी जटिल शैलियों के साथ प्रयोग करता है और लोक वाद्ययंत्रों को अपने बैंड के एक अनिवार्य हिस्से के रूप में उपयोग करता है।जेएमएस की दूसरी शाम में दिल्ली के बहुआयामी कलाकार प्रभ दीप शामिल होंगे। क्लास-सिख उनकी एक गहन आत्मकथात्मक परियोजना रही है, जिसमें दीप जटिल और ज्वलंत कथाओं को गढ़ने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं। 

इसे उनके के आई एनजी ईपी और उनकी समीक्षकों द्वारा प्रशंसित ताबिया पर देखा जा सकता है। दूसरी शाम में द रेविसिट प्रोजेक्ट का प्रदर्शन भी होगा, जो एक समूह है जो एक विशिष्ट और विशिष्ट मोड़ के साथ जैज की जटिलता और कठोरता को उजागर करता है। उनका संगीत एक ठोस खांचे और लयबद्ध जैज को जोड़ता है। अंतिम शाम में गायक-गीतकार हरप्रीत और सलमान इलाही उपस्थित होंगे।

हरप्रीत एक बहुमुखी कलाकार हैं, जो हिंदी, पंजाबी, बांग्घ्ला, असमिया, राजस्थानी और हरियाणवी में मौलिक संगीत रचनाएं गाते हैं। मुंबई स्थित संगीतकार सलमान इलाही मुख्य रूप से उर्दू और हिंदी में लिखते और गाते हैं और जीवन व आत्म-खोज के बारे में अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए अपने संगीत का उपयोग करने में विश्घ्वास करते हैं। शाम को बैंड व्हेन चाय मेट टोस्ट (डब्ल्यूसीएमटी) का प्रदर्शन भी किया जाएगा। बैंड में गायक अश्विन गोपकुमार, गिटारवादक अच्युथ जयगोपाल, कीबोर्ड प्लेयर पाली फ्रांसिस और ड्रमर पाई शैलेश शामिल हैं।