जिलाधिकारी द्वारा भारत रत्न बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

आजमगढ़ : भारत रत्न बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी  विशाल भारद्वाज द्वारा भारत रत्न बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। 

इसी के साथ ही अपर जिलाधिकारी वि0/रा0  आजाद भगत सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी विनय कुमार गुप्ता सहित कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों ने भारत रत्न बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि भारत का वर्तमान स्वरूप देने में बाबा साहब का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुये उनके जीवन संघर्षों को याद किया तथा उनके शिक्षा, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, न्यायायिक योगदान पर चर्चा की। 

उन्होने कहा कि बाबा साहब के संघर्ष ने लाखों लोगों में आशा का संचार किया और उनके प्रयासों ने भारत को ऐसा व्यापक संविधान प्रदान किया, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। यह दिवस हम सबको उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों एवं मूल्यों पर चलने के लिए पुनर्संकल्पित होने की प्रेरणा देता है। 

यही कारण है कि जाति आधारित भेद भाव के विरूद्ध लड़ाई, सामाजिक न्याय की प्रतिस्थापना, सशक्तीकरण के साधनों के रूप में शिक्षा पर विशेष जोर एवं समावेशी व समतावादी समाज की स्थापना के सन्दर्भ में उनका दर्शन आज पहले से भी अधिक प्रासंगिक हो गया है। 

जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से कहा कि राजस्व विभाग बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग है, किसी को निराश न करें, किसी को दौड़ायें नहीं, उनके विश्वास को बनाये रखें। उन्होने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, ऐसे अवसर हमें इतिहास के पन्ने पलटने एवं उन्हें याद करने का मौका देते हैं।

 उन्होने कहा कि वह एक ऐसा दौर था, जब देश हजारों साल की गुलामी में जकड़ा था, तब गांधी जी, अम्बेडकर जी, टैगोर, तिलक, पटेल तथा कवि, लेखक एवं महान व्यक्तियों ने जन्म लेकर भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ0 अम्बेडकर ने आर्थिक, सामाजिक, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, दलितों एवं महिलाओं को अधिकार देकर, प्रत्येक व्यक्ति को समानता का अवसर देकर विविधता में एकता लाने का प्रयास किया। उन्होने समाज के अन्तिम व्यक्ति को जोड़कर समावेशी समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होने संविधान के माध्यम से समावेशी समाज बनाया। 

महिला सशक्तीकरण, हिन्दु पर्सनल ला कानून बनाया। डॉ0 अम्बेडकर ने लोकतंत्र के पहले दिन से ही वोट देने का अधिकार दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें बाबा साहब द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों एवं मूल्यों को आत्मसात कर उनके द्वारा दिखाये गये मार्ग पर पूरी निष्ठा के साथ चलने का व्रत लेना होगा और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी।

इस के साथ ही मुख्य राजस्व अधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने भी डॉ0 बाबा साहब के जीवन व्यक्तित्व पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिवार के समस्त अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।