गजल : सिवा तेरे ये मेरा दिल

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


सिवा तेरे ये मेरा दिल

न चाहे कुछ ये मेरा दिल!1!


सुबह क्या शाम क्या अब बस

तुझे ढूंढें ये मेरा दिल!2!


यकीनन खुश हुआ बेहद

तुझे पाकर ये मेरा दिल!3!


न जाना छोड़कर फिर तुम

कहे तुझसे ये मेरा दिल!4!


निभाना साथ यारा तुम

करे ख्वाहिश ये मेरा दिल!5!


✍️ज्योति नव्या श्री

रामगढ़, झारखंड