युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
कर्नलगंज /गोण्डा। स्थानीय तहसील मुख्यालय से महजछह किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरयू रेलवे स्टेशन अब लोगों के लिए सुविधाजनक कम और जी का जंजाल अधिक बन चुका है। वर्षों पहले बनाए गए इस रेलवे स्टेशन तक आने जाने के लिए आजादी के कई दशक बाद भी अभी तक कोई भी पुख्ता मार्ग का इंतजाम नहीं हो सका है,जिससे यहां से होकर आने जाने वाले यात्रियों को कच्ची सड़क से होकर पगडंडी के सहारे स्टेशन तक पहुंचना होता है और लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
यही नहीं इस रेलवे स्टेशन के चलते ही गोण्डा-जरवल फोरलेन हाइवे पर मात्र कुछ ही दूरी पर एक साथ दो- दो रेलवे क्रासिंग का दंश भी लोगों को झेलना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन पर आवागमन के लिए उचित मार्ग ना होने के चलते अब लोग इसे शोले फिल्म के रामगढ़ रेलवे स्टेशन से भी छोटा मान रहे हैं। लोगों का कहना कि यहां तो तांगा भी मयस्सर नही है। यात्रियों का कहना है कि यदि रेलवे स्टेशन से होकर एक सड़क बरगदी चौराहे तक जोड़ दी जाय तो जाम के झाम से जूझ रहे छोटे व मझोले वाहनों सहित दो पहिया वाहनों को आने जाने के लिए दोनों रेलवे क्रासिंगों को पार करने से निजात मिल सकती है।
बता दें कि राजनीतिक दलों भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जिससे विधानसभा क्षेत्र कर्नलगंज में पड़ने वाला यह रास्ता अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। जबकि इसी क्षेत्र में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह व विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह लल्ला भैया का निवास स्थान है। वहीं इस ओर क्षेत्र के मौजूदा विधायक अजय सिंह ने भी ध्यान नहीं दिया है। सड़क की बदहालीक्षेत्रवासियों में चर्चा का विषय बनी है। स्थानीय लोगों सहित हाइवे से होकर प्रतिदिन निकलने वाले वाहन चालकों ने भी रेलवे स्टेशन तक की सड़क का शीघ्र निर्माण कराकर इस सड़क को बरगदी चौराहे के पास जोड़े जाने की मांग की है।