कानूनी तौर पर अलग हो चुके शिखर धवन और उनकी पूर्व पत्नी आयशा मुखर्जी, जानें क्यों हुए अलग

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन और उनकी पूर्व पत्नी आयशा मुखर्जी कानूनी तौर पर अलग हो चुके हैं। पटियाला हाउस कोर्ट के न्यायाधीश हरीश कुमार ने तलाक याचिका में धवन द्वारा पत्नी के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया और तलाक को मंजूरी दी। आयशा ने अपने ऊपर लगे आरोपों का विरोध नहीं किया और कुछ मामलों में अपना बचाव करने में विफल रहीं। 

अदालत ने दंपती के बेटे की स्थायी कस्टडी पर कोई भी आदेश पारित करने से इनकार करते हुए धवन को भारत और ऑस्ट्रेलिया में उचित अवधि के लिए अपने बेटे से मिलने और उसके साथ वीडियो कॉल पर बातचीत करने का अधिकार दिया है। अदालत ने आयशा को शैक्षणिक कैलेंडर के दौरान स्कूल की छुट्टियों की कम से कम आधी अवधि के लिए धवन और उसके परिवार के सदस्यों के साथ रातभर रहने सहित मुलाकात के उद्देश्य से बच्चे को भारत लाने का आदेश दिया है।

शिखर धवन और आयशा की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी। दोनों को मिलाने का काम टीम इंडिया के अनुभवी गेंदबाज हरभजन सिंह ने किया था। शिखर धवन से आयशा 10 साल बड़ी थीं, लेकिन लोग कहते हैं न मोहब्बत में उम्र की सीमा नहीं देखी जाती, जिसकी मिसाल शिखर ने पेश की। शिखर धवन और आयशा मुखर्जी ने साल 2009 में सगाई की और साल 2012 में दोनों ने शादी कर ली। यह आयशा मुखर्जी की दूसरी शादी थी। पहली शादी से उन्हें दो बेटियां हैं। 

2014 में आयशा ने धवन के बेटे जोरावर को जन्म दिया था। धवन और आयशा नौ साल तक साथ रहने के बाद अलग-अलग हो गए। अब कानूनी तौर पर दोनों का तलाक हो चुका है। वैसे धवन की पत्नी आयशा मुखर्जी का जन्म भारत में हुआ है लेकिन वह बाद में ऑस्ट्रेलिया की ओर रुख कर गईं। आयशा एक किकबॉक्सर हैं। उनके पिता बंगाली और मां ब्रिटेन की हैं।

शिखर धवन और आयशा मुखर्जी की शादी टूटने से पहले इन दोनों के बीच अनबन की खबरें आती रहीं। एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दोनों ने अलग होने की बात कही थी। दोनों के तलाक की वजह आयशा की पहली शादी थी। उन्होंने अपने पहले पति से वादा किया था कि वह बेटियों का ध्यान रखेंगी और ऑस्ट्रेलिया नहीं छोड़ेंगी। वहीं, धवन से उन्होंने कहा कि उनके साथ रहेंगी। शादी के बाद वह बेटे जोरावर और दोनों बेटियों के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहती थीं। इसी वजह से दोनों के बीच अनबन हुई। 

आयशा ने कोर्ट में कहा कि वह वास्तव में उनके साथ भारत में रहना चाहती थीं, हालांकि अपनी पिछली शादी से अपनी बेटियों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया में रहना पड़ा, वह भारत में रहने के लिए नहीं आ सकीं।