दो टूक

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

स्नेह सभी से चाहिए, 

पर सम्मान समेत। 

चादर में अपमान के, 

हीरा भी है रेत। 

आज भी पहले जैसा। 

धीरु भाई