निपुण असेसमेंट टेस्ट को शुचितापूर्ण सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध: डीएम

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

बोर्ड परीक्षा की भांति होगी निपुण असेस्मेन्ट टेस्ट की निगरानी

शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के दिये गये निर्देश

बहराइच । परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत सभी बच्चों हेतु जनपद में 15 व 16 सितम्बर 2023 को सरल ऐप के माध्यम से सम्पन्न होने वाले निपुण असेस्मेन्ट टेस्ट को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु की गई तैयारियों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर असिस्मेन्ट टेस्ट को शुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया जाय। डीएम ने शिक्षण स्टाफ को निर्देश दिया कि टेस्ट के दौरान शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय।

 टेस्ट के दौरान बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करने के लिए डीएम ने निर्देश दिया कि विद्यालय में कार्यरत शिक्षा मित्र, अनुदेशक व रसोईया मोहल्ला, वार्ड, पुरवा व मजरावार घर-घर जाकर यह सुनिश्चित करें कि टेस्ट में सभी बच्चे सम्मिलित हों। इस सम्बन्ध में शिक्षण स्टाफ को निर्देश दिया गया कि वे भी मोबाइल के माध्यम से अभिभावकों से वार्ता कर बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि सरल ऐप के माध्यम से सम्पन्न होने निपुण असेस्मेन्ट टेस्ट शिक्षकों की क्षमता आंकलन के कदापि नहीं है। इसलिए कोई शिक्षक घबराएं नहीं बल्कि ऊंचे मनोबल के साथ शुचिता पूर्ण तरीके से टेस्ट को सम्पन्न कराएं। डीएम ने कहा कि टेस्ट की अहमियत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि टेस्ट में प्राप्त होने वाले परिणाम के आधार पर ही शिक्षा नीति तैयार करने में मदद मिलेगी ताकि भारत सरकार द्वारा निर्धारित समयसारिणी वर्ष 2026-27 तक निपुण लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। 

डीएम ने बैठक में मौजूद खण्ड शिक्षा अधिकारियों, एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (ए.आर.पी.) व स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एस.आर.जी.) को निर्देश दिया कि नकल विहीन एवं पारदर्शी आंकलन हेतु राज्य परियोजना निदेशक की ओर से प्राप्त हुए दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं तथा प्रत्येयक दशा में प्रश्न पत्रों की गोपनीयता प्रभावित न होने दें।

डीएम ने सभी जिम्मेदारान को निर्देश दिया कि आकांक्षात्मक जनपद होने के नाते निपुण असेस्मेन्ट टेस्ट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया जाय। जिले में शैक्षिक विकास के मूल्यांकन हेतु इस टेस्ट को एक अवसर के रूप में स्वीकार करें। डीएम ने कहा कि शिक्षकों का दायित्व होगा टेस्ट के समय वह छात्रों के लिए शिक्षक के साथ-साथ उनके अभिभावकों की भूमिका का निर्वहन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के मद्देनज़र पूरी ईमानदारी के साथ टेस्ट को सम्पन्न कराएं ताकि हकीकी तस्वीर सामने आ सके।

डीएम ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की भांति निपुण असेस्मेन्ट टेस्ट को शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन सम्पन्न् कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। डीएम ने कहा कि असेस्मेन्ट टेस्ट हेतु जिला व ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती के साथ-साथ फ्लाईंग स्क्वायड दलों का गठन किया जायेगा।

 डीएम ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक विद्यालय के लिए उसी ब्लाक के किसी दूसरे विद्यालय के सहायक अध्यापक को पर्यवेक्षक नामित कर दें तथा यह भी सुनिश्चित कराएं कि परीक्षा से 15 मिनट पूर्व पर्यवेक्षक, हेड मासटर व अन्य अध्यापकों की उपस्थिति में प्रश्नपत्र के बन्द पैकेट को खोला जाए। परीक्षा के समय नेटवर्क की उपलब्धता हेतु माकूल बन्दोबस्त किये जाए। 

डीएम ने बच्चों की संख्या के अनुसार ओ.आर.एम. शीट व प्रश्न-पत्रों की आवश्यकता इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक का संचालन डायट प्राचार्य उदयराज यादव ने किया। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी महेन्द्र कुमार, अरूण कुमार वर्मा, राज किशोर, जगन्नाथ यादव, विभा सचान, वीरेन्द्र नाथ द्विवेदी, संतोष कुमार सिंह, मनमोहन सिंह, समस्त ए.आर.पी. व एस.आर.जी. सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।