भूखों को भोजन कराना मानव का सर्वोत्तम गुण: शीतल

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

सहारनपुर। भूखों को भोजन कराकर मानव का सर्वोच्चतम गुण है। यह संस्कार हमें अपने बच्चोे को प्रांरभ से ही देने ही आवश्यकता है ताकि वे आगे चलकर मानव सेवा कर सके। उक्त विचार आज यहां प्रभु जी की रसोई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान समिति के सचिव शीतल टण्डन ने व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि दमनप्रीत कौर ने आज अपनी पुत्री गुरूमेहर के जन्मदिन के अवसर पर गरीबों को भोजन वितरित किया।

 उन्होंने कहा कि भूखे को भोजना कराकर सर्वोत्तम दान है। हमें अपने बच्चों को संस्कारवान बनाना चाहिए। बच्चे में मानवीय सेवा के गुण पैदा करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव टण्डन, कर्नल संजय मिडढा, सीमा मखीजा, दमनप्रीत कौर, भोपाल सिंह सैनी, श्रीमती प्रेम कौर, शिव कुुमार, रोहित कर्णवाल, रमेश यादव, महीपाल सिंह, अंजुम सिद्दिकी आदि मौजूद रहे।