भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त का जश्न अमेरिका में भी मानने की संभावित तैयारी - अमेरिकी संसद में बिल पेश

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

भारत-अमेरिका के लिए 15 अगस्त सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्र का जश्न एक साथ मिलकर मनाने का दिन! 

भारत-अमेरिका स्वतंत्रता दिवस को साझा मनाया जाना लोकतांत्रिक सिद्धांतों को दृढ़ता से लागू करने में मील का पत्थर साबित होगा - एडवोकेट किशन भावनानी गोंदिया 

गोंदिया - वैश्विक स्तरपर भारत की प्रतिष्ठा साख़ रुतबे में तेजी से उछाल दर्ज किया जा रहा है। अनेक वैश्विकमंचों व एजेंसियों द्वारा भारत के उज्जवल भविष्य की गाथाएंगिनाई जा रही है तो दूसरी ओर अनेक अंतरराष्ट्रीय मंचों का नेतृत्व करने की ओर भारत बढ़ चला है जिससे अब भारतीय संस्कृति सभ्यता त्योहारों को अनेक विकसित देशों में भी मनाए जानें लगे हैं,क्योंकि मेरा मानना है कि शायद ही कोई ऐसा देश होगा जहां मूल भारतीयों के कदमनहीं पड़े होंगे यही कारण है कि वहां भारतीय त्योहारों को उत्साह से मनाया जाता है। परंतु दिनांक 8 अगस्त 2023 को मीडिया में एक खबर ने भारत वासियों का उत्साह बढ़ा दिया वह यह कि अमेरिकी संसद में भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को जश्न के साथ अमेरिका में भी मनाया जाए। जिसके समर्थन में बातें रखी गई है कि अमेरिका में बसे 44 करोड़ से अधिक मूल भारतीय जो 6 राज्यों के 10 जिलों में 6 से 8 प्रतिशत हैं। अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन में 80 से अधिक भारतवंशी अहम पदों पर हैं। अमेरिका के करीब 38 प्रतिशत डॉक्टर भारतीय मूल के हैं। वैसे तो वहां कुछ राज्यों में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को अनेक वर्षों से मनाया ही जाता है, जहां वहां के गवर्नर ने पिछले 76 वें आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता दिवस पर अपने बयान में कहा था कि भारत एक समूची सभ्यता है, एक ऐसा राष्ट्र है जो जातीय समूहों, धर्मों, भाषाओं, रीति-रिवाजों, परंपराओं, वेशभूषाओं, शिष्टाचार, भोजन, जलवायु परिस्थितियों और प्राकृतिक संसाधनों के मामले में विविध है, लेकिन फिर भी एक है। परंतु अब इसे पूरी अमेरिका में मनाने सहित अनेक प्रस्ताव रखे गए हैं जो भारत की शान में अमृत महोत्सव का जलवा बिखेर रहे हैं। चूंकि अमेरिका जैसे विकसित और अनुमानित विश्व के बादशाह देश की संसद में 15 अगस्त स्वतंत्रता व लोकतंत्र दिवस मनाने का प्रस्ताव किया गया है इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी केसहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, भारत अमेरिका द्वारा स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को साझा मनाया जाना लोकतांत्रिक सिद्धांतों को दृढ़ता से लागू करने में मील का पत्थर साबित होगा। 

साथियों बात अगर हम अमेरिका में प्रस्तावित 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस मनाने की करें तो, जल्द ही अमेरिका में भी राष्ट्रीय दिवस के जश्न के तौर पर मनाया जासकता है। अमेरिकी सांसद के नेतृत्व में भारतीय-अमेरिकी सांसदों के एक दल ने अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत भारत के स्वतंत्रता दिवस को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रीय दिवस के जश्न के तौर पर घोषित करने का आग्रह किया गया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिका और भारत के बीच मजबूत साझेदारी, जिसकी जड़ें दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है, वह वैश्विक लोकतंत्र और शांति, स्थायित्व और समृद्धि बढ़ाने के लिए साथ काम करती रहेगी। इस प्रस्ताव को हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में सांसद की तरफ से पेश किया गया है। इसे अन्य दो सांसदों की तरफ से भी प्रायोजित किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय पीएम 22 जून को अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आए थे और उन्होंने दोनों देशों के समान हितों और स्वतंत्रता, लोकतंत्र, बहुलतावाद, कानून के शासन, मानवाधिकार के सम्मान के प्रति साझा प्रतिबद्धताओं के आधार पर विश्वास और आपसी समझ को एक नए स्तर पर स्थापित किया था। प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय विरासत वाले अमेरिकी नागरिक देश में सार्वजनिक जीवन को सरकारी अधिकारी, सैन्यकर्मी और कानून लागू करने वाले अफसर बनकर बढ़ाते हैं। यह लोग अमेरिकी संविधान के सिद्धांतों का समझदारी से पालन करते हैं। देश की अनेकता को समृद्ध करने में अहम योगदान देते हैं। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि भारत के स्वतंत्रता दिवस के जश्न को अमेरिका में रहने वाले भारतीयों  के साथ मनाया जाना जरूरी और अहम है। इससे दोनों देशों उन लोकतांत्रिक सिद्धांतों की तसदीक कर सकते हैं, जिनके आधार पर उनका जन्म हुआ था। इसमें भारत के स्वतंत्रता दिवस को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेशनल डे ऑफ सेलिब्रेशन के तौर पर घोषित किए जाने की मांग की है। इस बिल का आधार भारत और अमेरिका के बीच मजबूत साझेधारी को बताया गया है, जो दोनों के लोकतांत्रिक मूल्यों पर निर्भर है।यही साझेदारी बाकी देशों में भी वैश्विक लोकतंत्र की भावना, शांति और स्थिरता लाने में मदद करेगी। 

साथियों बात अगर हम अमेरिकी सांसदों का समूह 15 अगस्त 2023 समारोह में भारत आने की करें तो अमेरिकी सांसदों का एक द्विदलीय समूह 15 अगस्त को लाल किले पर पीएम के संबोधन को सुनने के लिए भारत आ रहा है। द्विदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारतीय अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइकल वाल्ट्ज कर रहे हैं। बता दें, दोनों अमेरिकी सदन में देश विशेष के सबसे बड़े द्विदलीय गठबंधन कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स' के सह-अध्यक्ष हैं। अमेरिका के सांसद लाल किले का दौरा करेंगे, जहां पीएम भारत के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसके अलावा यह लोग हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली में व्यापार, तकनीकी, सरकार और बॉलीवुड से जुड़े लोगों से मुलाकात करेंगे। साथ ही महात्मा गांधी को समर्पित ऐतिहासिक स्मारक राजघाट का दौरा करेंगे। बता दें, भारत आने वालों में खन्ना और वाल्ट्ज के अलावा सांसद डेबोरा रॉस, कैट कैममैक, श्री थानेदार, जैस्मीन क्रॉकेट के साथ-साथ रिच मैककॉर्मिक और एड केस भी शामिल हैं। हालांकि, सांसद खन्ना के लिए भारत आना और सांसदों से थोड़ा ज्यादा खास हैदरअसल, उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने गांधीजी के साथ चार साल जेल में बिताए थे और बाद में भारत की पहली संसद का हिस्सा बने थे। खन्ना ने कहा कि इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में भारत में एक द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हम इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा संबंधों को कैसे मजबूत किया जाए इस पर भी चर्चा करेंगे। 

साथियों बात अगर हम अमेरिका में बसे प्रवासी भारतीयों की करें तो, यूएन इंटरनेशनल माइग्रेशन रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में करीब 1.80 करोड़ प्रवासी भारतीय हैं। इनमें से 44 लाख लोग अमेरिका में रहते हैं। यहां 6 राज्यों के 10 जिलों में भारतीय अमेरिकी लोगों की तादाद 6-18 प्रतिशत हैं। कैलिफोर्निया, टेक्सास, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, इलिनोइस में इनकी सबसे ज्यादा आबादी है।अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन में 80 से ज्यादा भारतवंशी अहम पदों पर तैनात हैं। इसके अलावा अमेरिका में करीब 38 प्रतिशत डॉक्टर भारतीय मूल के हैं। भारतीय अमेरिकी यूएस में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले जातीय समूह हैं। इससे पहले अमेरिका में 25 मई को निचले संदन की सांसद ग्रेस मेंग ने दिवाली को सरकारी छुट्टी घोषित करने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने संसद में एक बिल भी पेश किया था। इस बिल को दिवाली डे ऐक्ट नाम दिया गया था। बिल के तहत दिवाली को अमेरिका में 12वीं सरकारी छुट्टी घोषित करने की मांग की गई थी।वहीं न्यूयॉर्क में दिवाली पर स्कूलों में छुट्टी होने की घोषणा हो चुकी है। करीब महीनेभर पहले स्टेटअसेंबली में इसके लिए बिल पारित हुआ था। न्यूयॉर्क के मेयर एरिक ऐडम्स ने इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था- मुझे भरोसा है किगवर्नर कैथी इस बिल पर साइन कर देंगी। इससे न्यूयॉर्क में रह रहे 2 लाख से ज्यादा परिवारों को बेहतर तरह से त्योहार मनाने का मौका मिलेगा। प्रस्ताव में बताया गया है कि अमेरिका में रह रहे भारतीय अलग-अलग पदों पर काम कर रहे हैं। इनमें सरकारी अफसर, सैनिक, कानूनी अधिकारी जैसे कई लोग शामिल हैं। ये सब मिलकर अमेरिका की लाइफ को और बेहतर बनाने और उसके सिद्धातों को दुनिया तक पहुंचाने में मदद कर रहे हैं।इसे देखते हुए भारत के स्वतंत्रता दिवस के जश्न को अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के साथ मनाया जाना जरूरी है। इससे दोनों देश उन लोकतांत्रिक सिद्धांतों को और दृढ़ता के साथ लागू कर सकते हैं, जिनके आधार पर उनका जन्म हुआ था।

साथियों बात अगर हम अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 4 जुलाई को मनाने की करें तो, हर साल 4 जुलाई को अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को 4 जुलाई के रूप में भी जाना जाता है। दरअसल, 4 जुलाई 1776 को संयुक्त राज्य अमेरिका को ग्रेट ब्रिटेन से आजादी मिली थी। हर साल इसी की याद में इस दिन को मनाया जाता है। इस खास मौके पर छुट्टी भी होती है। इस मौके को अमेरिका के लोग अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।इस मौके पर देशभर में कई लोग अपने घरों और आंगनों को देशभक्ति थीम के मुताबिक सजावट करते हैं। इसके लिए लोग बैनर, गुब्बारे, स्ट्रीमर और फूल की मालाओं से घर को सजाते हैं। इसके लिए लाल, सफेद और नीले रंग का प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित करते हैं, जिसे स्टार्स एंड स्ट्राइप्स के रूप में भी जाना जाता है। घरों, इमारतों और सार्वजनिक स्थानों पर झंडे लगाए जाते हैं। कुछ लोग झंडे के डिजाइन वाले कपड़े भी पहनते हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह का एक प्रमुख हिस्सा है आतिशबाज़ी, इसके लिए आतिशबाजी शो आयोजित किया जाता है, जिसमें संगीत भी ल होता है और भारी संख्या में लोग इस शो में शिरकत करते हैं। इस खास मौके के लिए लोग स्थानीय नियमों और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उन्हें अपने घर के पीछे के हिस्से में आतिशबाजी करते हैं। 

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन करउसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त का जश्न अमेरिका में भी मानने की संभावित तैयारी - अमेरिकी संसद में बिल पेश।भारत-अमेरिका के लिए 15 अगस्त सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्र का जश्न एक साथ मिलकर मनाने का दिन!भारत-अमेरिका स्वतंत्रता दिवस को साझा मनाया जाना लोकतांत्रिक सिद्धांतों को दृढ़ता से लागू करने में मील का पत्थर साबित होगा।

-संकलनकर्ता लेखक - कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र