मेरे दिल को तुमसे करार मिला,
चैन मिला हसीं राज़दार मिला।
मिट गये रंजो ग़म के किस्से सभी,
पासबान मेरा पायदार मिला।
बेबस सांसें धड़कती थी जो कभी,
आज उन पे भी इख़्तियार मिला।
जुम्बिश दी जिसने इस दिल को मेरे,
सांस मेरी मेरा प्यार मिला।
तज़किरा क्यों न करें हम ज़माने में,
दौर ए बेवफाई में वफ़ा शिआर मिला।
मयकशी का शौक नहीं अब हमको,
उसकी आँखों में वो ख़ुमार मिला।
रीमा सिन्हा (लखनऊ)