नेमीचंद जैन वा उनकी धर्मपत्नी शालनी जैन ने रचा इतिहास, सोलह कारण ब्रत रख कर किया सोलह उपवास

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

ब्यूरो ,सीतापुर : जनपद सीतापुर के महमूदाबाद में जैन धर्म में त्याग, तपस्या का विशेष स्थान है। दशलक्षण के दस दिनों तक जैन धर्म के लोग उपवास आदि रखकर भगवान की पूजा, आराधना करते हैं। रविवार को दशलक्षण पर्व के समापन पर क्षमावाणी कार्यक्रम हुआ। महमूदाबाद के इतिहास में पहली बार सोमवार को 16 कारण व्रत रखने वाले कोमल चन्द्र जैन के पुत्र नेमीचन्द्र व पुत्रवधू शालिनी जैन ने सोलह उपवास कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है । इसी उपरांत जैन समाज ने सम्मानित भी किया ।

आप को बताते चले पहले भी दोनों ने आर्यिका विकाम्य श्री माता जी ,विगूँजन श्री माता जी वा आचार्य विमर्श सागर जी महामुनि राज के चतुर्मास में पीछी  परिवर्तन में नियम वा त्याग में प्रथम स्थान प्राप्त कर पीछी प्राप्त कर लिया था।  इनके द्वारा आवास पर एक भोज कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। जिसमें परिवार और समाज के सदस्यों ने भागीदारी निभाते है दोनो आत्माओं के पुण्य की अनुमोदना की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।