स्वतन्त्रता दिवस पर सम्मानित किये गये जिले के प्रगतिशील किसान

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

बहराइच । आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के अन्तर्गत स्वतन्त्रता दिवस की 76 वीं वर्षगाठ के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के क्रम में सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के परिसर में प्रसार सुधार (आत्मा) योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय किसान मेला, कृषक गोष्ठी, कृषक वैज्ञानिक संवाद एवं खरीफ खाद्यान्न उत्पादकता गोष्ठी तथा प्रगतिशील कृषकों का सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।

 कार्यक्रम के दौरान विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, सदर की श्रीमती अनुपमा जायसवाल व नानपारा के राम निवास वर्मा ने जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र के साथ जिले के 150 प्रगतिशील कृषकों को तिरंगा, प्रशस्ति-पत्र, शाल व फलदार पौध भेंट कर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त गौरय्या संरक्षण के लिए समर्पित प्रकृति प्रेमी मिथलेश जायसवाल को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मा. विधायकगणों ने मौजूद कृषकों व आमजन को स्वतन्त्रता स्वतन्त्रता दिवस की बधाई देते हुए देश की आज़ादी में अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात सेनानियों को याद करते हुए कहा कि अमर सेनानियों की कुर्बानियों के कारण ही आज देश अपनी स्वतन्त्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।

 वक्ताओं ने कहा कि देश यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न का परिणाम है कि देश आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी के साथ अग्रसर है। भारत आज खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ साथ हथियार उत्पादन में भी आत्मनिर्भर हो रहा है। जिसकी मिसाल यह है कि देश की राजधानी दिल्ली में ध्वजारोहण के समय स्वदेश में बनी तोपो की सलामी दी गई।

मा. विधायकगणों ने कृषकों से अपील की कि जल संरक्षण के साथ वैज्ञानिक ढंग से खेती को अपनाये। कृषि के क्षेत्र में होने वाले नित्य नये अनुसंधानों को अपनाकर अच्छी उपज प्राप्त कर आय में बढ़ोत्तरी करें। विधायकगणों ने कृषकों को यह भी सुझाव दिया खेती के साथ कृषि आधारित उद्योगों को भी अपनाये तथा गौपालन, मत्स्यपालन, रेशमकीट पालन पर भी विशेष ध्यान दें। किसानों को सुझाव दिया गया कि सरकार द्वारा देय अनुदान का लाभ उठाते हुए जल संरक्षण के लिए टपक तथा स्प्रिंगलर विधि को अपनाये।

उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने उपस्थित किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि यंत्रीकरण योजना, दलहनी फसलों के क्षेत्र विस्तार, फसलों की लाइन में बुवाई तथा फसल अवशेषों को खेतों में जलाने से रोकने के उपायों की जानकारी दी गयी। तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच एवं नानपारा के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी पहलुओं तथा वर्तमान खरीफ फसलों विशेषकर धान, मक्का एवं दलहनी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

गोष्ठी में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों यथा कृषि, सिंचाई, लघु सिंचाई, सहकारिता, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, दुग्ध, गन्ना इत्यादि विभागों द्वारा भव्य स्टाल लगाये गये। आयोजन के मुख्य आर्कषण का केन्द्र नेपियर घास का पण्डाल रहा। जहॉ पर जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र द्वारा लगभग 400 किसानों को नेपियर घास के बण्डल का वितरण किया। इससे पूर्व मा. विधायकों ने डीएम डॉ. चन्द्र व अन्य अधिकारियों तथा कृषकों के साथ प्रदर्शनी पण्डालों का अवलोकन कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की।

इस अवसर पर सी.वी.ओ. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, भूमि संरक्षण अधिकारी सौरभ वर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रिया नन्दा, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, सहा.नि. मत्स्य डॉ. जितेन्द्र कुमार, सहा.नि. रेशम डॉ. एम.के. सिंह, उप संभा.कृषि अधि. उदय शंकर सिंह, जिला गन्नाधिकारी एस.के. मौर्या, डॉ. हर्षिता, कृषि वैज्ञानिक डॉ. वी.पी. शाही, डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. पी.के. सिंह, डॉ. के.एम. सिंह, डॉ. जितेन्द्र कुमार, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद व डॉ. एस.के. पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी व वैज्ञानिक, नगर उपाध्यक्ष भाजपा मंजू निगम सहित अन्य गणमान्य व संभ्रान्तजन सहित सैकड़ों की संख्या में स्त्री-पुरूष कृषक मौजूद रहे।