डीपी वाली देशभक्ति से आगे की बात

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

आजकल सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म फेसबुक, इंस्ट्रा, टि्वटर ,व्हाट्सएप सभी पर ज्यादातर लोगों ने अपने डीपी में तिरंगा को अपना प्रोफाइल पिक्चर बना रखा है, अच्छा लग रहा है लोगों के अंदर अपने देश के लिए देशभक्ति की भावना है वैसे तो हर साल 15 अगस्त आते आते बहुत सारे लोगों के सोशल अकाउंट का प्रोफाइल पिक्चर तिरंगे से शोभायमान हो जाता  था,  पर इस साल हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के अनुरोध ने इसमें कुछ और  बढ़ोतरी कर दी है।

लेकिन हमें अब डीपी वाली देशभक्ति से आगे धरातल पर देश के बारे में सोचने विचारने का भी समय है, देश आजादी के 75 वे साल के अमृत काल में आकर भी यदि हम अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से पालन  नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी आजादी अधूरी है देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान देकर हम लोगों को यह आजादी दिलवा दिए है, अब हम लोगों की जिम्मेदारी है कि हम अपनी देश से संबंधित छोटी-छोटी जिम्मेदारियों को जिम्मेदारी पूर्वक निभाए।

जैसे देश में बेतहाशा जनसंख्या बढ़ रही है ! पर अभी भी कुछ वर्ग इसे ईश्वर की देन मानकर अपनी जिम्मेदारियों से कन्नी काटते हैं ,अगर इसी प्रकार बेतहाशा जनसंख्या बढ़ती रही तो एक  दिन ऐसा भी आएगा जब जंगल, जल, जमीन सब कुछ मनुष्य के लिए अपर्याप्त हो जाएगा और ना खाने को भरपेट अन्न मिलेगा ना तन ढकने को वस्त्र  मिलेगा ,एक जनसंख्या वृद्धि की समस्या अनगिनत समस्याओं की जननी है बेरोजगारी ,भुखमरी, महंगाई और अशिक्षा जैसी अनेकों समस्याओं को एक जनसंख्या की समस्या को नियंत्रित करके बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है अतः खुद भी परिवार नियोजन को अपनाना चाहिए और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए,  यह भी एक प्रकार से देश भक्ति है।

इसी तरह और भी छोटी बड़ी समस्या देश में है जिन्हें जनता चाहे तो करके  देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन कर सकती है, अभी कुछ समय पहले रेलवे की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया गया, जगह जगह सरकार के विरोध के लिए देश की संपत्ति ट्रेनों को जला दिया गया ,यदि हमें अपने देश से प्रेम है तो अपने हक  के लिए शांतिपूर्ण तरीका भी अपनी बात कहने के लिए अपना सकते हैं, हर नागरिक यदि अपने आप को बिना वर्दी का देश का सुरक्षा सैनिक समझ ले तो, देश को बहुत नुकसान से बचाया जा सकता है और देश संपन्नता को प्राप्त करेगा।

और सरकारी नियमों का नियम पूर्वक पालन करके , असामाजिक गतिविधियों का विरोध करके प्रकृति द्वारा प्रदत्त जल का संरक्षण करने में मददगार बन कर, हम अपने देश के प्रति कर्तव्य को निर्वाह कर के देश के प्रति अपने उत्तरदायित्व का पालन कर सकते हैं इन सब कर्तव्यों का पालन आम जनता को भी एक अवसर प्रदान करता है, अपने देश के प्रति कुछ फर्ज निभाने को, इस तरह हम सब मिलकर एक सुदृढ़ देश का निर्माण कर सकते हैं।

रेखा शाह आरबी 

बलिया (यूपी )