बंदर मामा

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


बंदर मामा बंदर मामा,

हुड़दंग तुम मचाओ ना।

इस डाली से उस डाली,

कूद-कूदकर जाओ ना।


               बंदर मामा बंदर मामा

               आम बगीचे आओ ना।

               मीठे-मीठे आम पके हैं

               आम की डाल हिलाओ ना।


हरे,पीले आम रसीले,

आम अकेले खाओ ना।

कुछ तुमसे बच पाए तो,

आम हमें भी खिलाओ ना।


              बंदर मामा बंदर मामा,

              पास हमारे आओ ना।

              खेल तुम्हारा हम देखेंगे,

              करतब दिखलाओ ना।


खों-खों करके बंदर मामा,

   हमको यूँ डराओ  ना।

तुमसे हम न डरने वाले,

लाल आँख दिखाओ ना।


       महेन्द्र साहू "खलारीवाला"

        गुण्डरदेही बालोद छ ग

        मो नं 9755466917