"तुम बिन"

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


तुम बिन क्या हूँ मैं?

बिन डोर की पतंग

बिन मल्लाह की नाव

बिन साज का संगीत

बेसुरा सा गीत

अधूरी सी रीत

भटका हुआ पथिक

बिन कथानक की कहानी

एक प्रेम दीवानी

जल बिन मछली

बेस्वाद सा भोजन

सफर बिन प्रयोजन

बिन चीनी की मिठाई

बेअसर सी दवाई

अमावस की रात

चंदा बिन आकाश

बिन फूलों की बगिया

सुखी पड़ी नदिया

बिन परों की चिड़िया

बेजान सी गुड़िया

अपना अस्तित्व खोती अधूरी सी 

तुम बिन कुछ भी तो नहीं मैं

मुझे,तुम्हारा साथ चाहिये

हाथों में सदा तुम्हारा हाथ चाहिये


            सोनल सिंह"सोनू"

           कोलिहापुरी दुर्ग छ ग