थाने में समाधान दिवस पर आये फरियादिओं के वाहन पर बोले एसपी ग्रामीण।

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

 थाने परिसर में नहीं खड़ा होगा कोई वाहन, वाहन पार्किंग की कोई जवाब दारी पुलिस की नहीं |

 महराजगंज आजमगढ़। भारतीय लोकतंत्र में जहाँ जनता को जनता जनार्दन की संज्ञा से सम्बोधित किया जाता है और जनता जनार्दन के मत के आधार पर सरकारें बनती और बिगड़ती है एवं जनता जनार्दन की सुविधा और स्वच्छ समाज की रचना के लिए न्यायपालिका, विधायिका एवं कार्यपालिका की व्यवस्था स्थापित किया गया |न्यापालिका और विधायिका तो जनता जनार्दन की महत्ता और लोकतंत्र की आत्मा का मान तो रखता नज़र आता है परन्तु कार्यपालिका कभी कभी लोकतंत्र की आत्मा पर चोट कर जाती है जबकि जनता जनार्दन टैक्स के पैसे से अधिकारिओं कर्मचारिओं और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का वेतन जारी होता है | ऐसा ही एक मामला कोतवाली महराजगंज में समाधान दिवस के अवसर पर देखने को मिला जहाँ जनसुनवाई के लिए आये फरियादिओं के वाहन पुलिस विभाग के निर्देश पर थाने परिसर के बाहर सड़क पर खड़ा करा दिया गया जबकि सडक पर खड़े वाहन के चालान का निर्देश पहले से ही जारी है | 

इस सम्बन्ध में मीडिया कर्मिओं द्वारा ज़ब एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ से पार्किंग की व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उन्होंने फरियादिओं को पैदल थाने परिसर में आने  और वाहनों को परिसर से बाहर रखने की बात कहने के साथ साथ परिसर में पार्किंग की व्यवस्था से इंकार करते हुए नगर पंचायत पर ठेल दिया |जबकि डीएम,एसडीएम सहित लगभग हर कार्यालयों में फरियादिओं के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाती है परन्तु कुछ प्रशासनिक अधिकारिओं द्वारा लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार किया जाता है और अपने व्यवस्था करने की जिम्मेदारी से विभागीय बंधन बताते हुए दूसरों पर डाल देते है |ऐसे में जनता जनार्दन या तो फरियाद करें या तो वाहनों की चालान व चोरों से रखवाली या फिर पैदल थाने पर आये |