भारत का हर हिस्सा अपने अंदर एक अलग ही खूबसूरती समेटे हुए हैं। आप कहीं भी घूमने निकल जाएं, आपको हर राज्य में अद्भुत चीजें देखने को मिल जाएंगी। वहीं, अगर आप धार्मिक स्थलों पर घूमने के शौकीन हैं, तो आपको हर जगह कई ऐतिहासिक धार्मिक स्थल देखने को मिलेंगे। आज हम आपको आगरा के खूबसूरत धार्मिक स्थलों के बारे में बता रहे हैं। आप अगर आगरा घूमने जाएं, तो इन धार्मिक स्थलों को देखने भी जा सकते हैं।
गुरु का ताल
यह गुरुद्वारा सिख समुदाय के लिए शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में से एक है। अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए जाना जाने जाना जाता है। इस तीर्थ स्थल का निर्माण सिख के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था। गुरुद्वारे में एक ताल यानी जलाशय है, जिसका ऐतिहासिक महत्व है। इसी ताल में गुरु तेग बहादुर ने अपने बाजुओं को रखा था और अपने आप को मुगल बादशाह औरंगजेब की सेना के हवाले कर दिया था। औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया था, लेकिन सिखों के गुरु ने अपना बलिदान दे दिया लेकिन अन्याय और क्रूरता के सामने नहीं झुकें।
बागेश्वरनाथ मंदिर
आगरा के सबसे पॉश इलाकों में से एक में सेंट जॉन्स कॉलेज के पास स्थित, बागेश्वरनाथ मंदिर। लंबी घुमावदार बने इस मंदिर में शिव भक्ति दर्शन करने आते हैं। यहां की खूबसूरती और शांत वातावरण आपको भीड़भाड़ से अलग बहुत ही दिव्य अनुभव कराएगा।
जामा मस्जिद
आगरा की जामा मस्जिद को जामी मस्जिद या 'शुक्रवार मस्जिद' के रूप में जाना जाता है। यह देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। नक्काशीदार लाल बलुआ पत्थर की मस्जिद को 1648 में मुगल सम्राट शाहजहां ने बनवाया था। मस्जिद मुगल की शहजादी, शाहजहां की प्यारी बेटी जहांआरा बेगम और मुमताज महल को समर्पित की गई थी।
मोती मस्जिद
सफेद संगमरमर से बनी मोती मस्जिद देखने में किसी मोतियों से बनी इमारत जैसी लगती है इसलिए इसे इस नाम से जाना जाता है। इसे 1648 और 1654 के बीच सम्राट शाहजहां द्वारा दरबार के शाही सदस्यों के लिए निर्मित किया गया था। यहां की नक्काशी आपको बेहद पसंद आएगी।