नेहा जैन के तूफानी निरीक्षण से लापरवाह शिक्षकों में खलबली

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

अकबरपुर कानपुर देहात। जिलाधिकारी ने सीडीओ और बीएसए को साथ लेकर तेजधूप के बाद भी प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण। इस मौके पर उन्होंने बहुत ही दोस्ताना अंदाज में शिक्षकों और बच्चों से बात की। सोमवार के दिन जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय नरिहा, उच्च प्राथमिक विद्यालय बरौला, तोड़ा मोहम्मदपुर के निरीक्षण की सूचना पर लापरवाह शिक्षकों में खलबली मची है। डीएम नेहा जैन ने अपने पदभार संभालने के बाद से जो संकल्प किया था कि शिक्षा और स्वास्थ्य मेंरी प्राथमिकताओं में शामिल होंगे।

 इसी के तहत जिलाधिकारी नेे सोमवार को तीन विद्यालयों का निरीक्षण किया। सर्व प्रथम इन्होंने प्राथमिक विद्यालय नरिहा का निरीक्षण किया, विद्यालय की व्यवस्था देखने के साथ-साथ उन्होंने बच्चों से वार्ता भी की। नरीहा विद्यालय में कुल 213 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष 49 बच्चें उपस्थित पाये गये। उन्होंने सृष्टि नामक बालिका से और कक्षा 5 के अभय नामक बालक से भी पुस्तक का पाठ करवाया। विद्यालय में उपस्थिति कम होने का कारण जानाना चाहा तो पता चला कि गेंहू की कटाई के कारण बच्चें कम आते ही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रेरित करें, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा बच्चें स्कूल में उपस्थित हो। 

उन्होंने वहां के मिड-डे-मील में बन रहे रसोई में भोजन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां से जो भी अवशिष्ट निकलते है उनका उचित प्रबन्धन किया जाये। इसके बाद उन्होंने उच्च प्राथमिक विद्यालय बरौला का निरीक्षण किया। यहां पर शिक्षक प्रतिभा बाजपेयी ने बताया कि बच्चों को पठन-पाठन के साथ ही खेल कूद भी कराया जाता है।जिससे उनका चौहमुखी विकास हो सके। उन्होंने कहा कि टाईम टेबुल भी बनाया जाये और साथ ही पूरे कक्षा में भारत और विश्व का मानचित्र लगाया जाये। उन्होंने मीना क्लासेस में बैठकर उन बच्चों का निरीक्षण भी किया जो ढ़ंग से हिन्दी इत्यादि नही पढ़ पाते है।

 उन्होंने कहा कि इन बच्चों का विशेष रूप से ध्यान दिया जाये। इसके पश्चात उच्च प्राथमिक विद्यालय तोड़ा मोहम्मदपुर गई। वहां पर स्मृति तिवारी और श्वेता सचान अध्यापिका कक्षा में पढ़ाती हुई मिली। उनके पढ़ाने की तकनीकी से वह अत्यन्त प्रभावित हुई। विद्यालय में किचन बनवाने का निर्देश डीएम ने दिए। बीएसए को इस विद्यालय में कम टीचर की नियुक्ति पर खेद व्यक्त किया । उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि आपके विद्यालयों का प्रबन्धन है अच्छा परन्तु इसे और अच्छा बनाया जा सकता है। क्यांकि ‘‘अच्छे से ही और अच्छे की उम्मीद‘‘ की जाती है। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त, जिला सूचना अधिकारी नरेन्द्र मोहन आदि उपस्थित रहे।