जिला पोषण समिति व जिला कन्वजेंस समिति की बैठक आहूत

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क  

बच्चों के संदर्भण की जिम्मेदारी बाल विकास विभाग का दायित्व: डीएम

सहारनपुर। पोषण अभियान के अंतर्गत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय के द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जिला पोषण समिति तथा जिला कन्वर्जेंस समिति की बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में कन्वर्जेंस विभाग के सभी अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी,  विजय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी, डीसी मनरेगा तथा सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, मंडलीय समन्वयक श्री रवि प्रकाश श्रीवास्तव एवं समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, जिला फॉरेस्ट अधिकारी उपस्थित रहे।

 बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी द्वारा प्रारंभ करते हुए प्रस्तुतीकरण का दायित्व डिविजनल कोऑर्डिनेटर रवि प्रकाश श्रीवास्तव यूनिसेफ प्रतिनिधि को दिया गया। 

बैठक में एजेंडा के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्र भवन का निर्माण, पोषण पखवाड़ा गतिविधियों की समीक्षा, पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों के फीडिग की समीक्षा, समुदाय आधारित गतिविधियों की समीक्षा, पोषण पुनर्वास केंद्र पर विकासखंड वार बच्चों के संदर्भण .की समीक्षा तथा सपोर्ट सुपरविजन के बारे में चर्चा की गई। पोषण ट्रैकर एप पर कम  फीडिंग के लिए जिलाधिकारी द्वारा समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा गया यदि 4 अप्रैल तक सभी बिंदुओं की स्पष्टता पूर्ण फीडिग पोषण ट्रैकर एप पर नहीं हो जाती तब तक सभी लोग निष्ठा से काम करें यदि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही परिलक्षित होगी तो संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा संबंधित मुख्य सेविका के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और शासन को भी लिखा जाएगा। 

जिलाधिकारी महोदय द्वारा अनुपस्थित बाल विकास परियोजना अधिकारियों के संबंध में कठोर चेतावनी जारी करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आप हमारी तरफ से निदेशक को पत्र भेजना सुनिश्चित करें। इस तरह की लापरवाही किसी भी प्रकार से क्षम्य नहीं होगी। पोषण पुनर्वास केंद्र में मार्च माह में मात्र 11 बच्चों को संदर्भित किया गया है जो अत्यंत कम है। इसके संबंध में भी मुख्य विकास अधिकारी द्वारा चेतावनी दी गई इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना की जाए। बच्चों के संदर्भण की जिम्मेदारी बाल विकास विभाग का दायित्व है और आप सभी लोग इस कार्य को करें। 

बच्चों के चिन्हीकरण के संबंध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए और उसके स्वास्थ्य संबंधी प्रत्येक दशा में जाँच हो जानी चाहिए। पोषाहार वितरण में भी शिकायतों के संबंध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी को निर्देशित किया गया क्षेत्र में किसी भी प्रकार की शिकायत पोषाहार वितरण के संबंध में नहीं आनी चाहिए। अगर आएगी तो संबंधित विकासखंड के बाल विकास परियोजना अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट किया गया कि अप्रैल माह से मेरे द्वारा स्वयं भ्रमण किया जाएगा क्षेत्र का और अगर कहीं कमी पाई जाती है किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। 

एनीमिया मुक्त भारत अभियान की भी समीक्षा की गई यूनिसेफ प्रतिनिधि द्वारा यह बताया गया कि एनीमिया मुक्त भारत अभियान के पोर्टल पर भी नियमानुसार फीडिग नहीं की जा रही है जिससे सहारनपुर की प्रगति बहुत धीमी है और जनपद 70 वें स्थान पर है राज्य में , सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से को निर्देशित किया गया कि वह नियमानुसार समय से एनीमिया मुक्त भारत अभियान के पोर्टल पर जुड़ी गतिविधियां को फीड कराना सुनिश्चित करें। साथ ही  करने ई कवच पोर्टल पर फीडिंग मात्र 259 बच्चों की थ हुई है जो कि अत्यंत कम है जबकि आईसीडीएस के द्वारा 2589 बच्चों का चिन्हीकरण सैम श्रेणी में किया गया है तो इस पोर्टल पर भी इतने ही बच्चों की फीडिंग हो जानी चाहिए थी।

 जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बच्चों की केंद्र वार सूची आपस में शेयर करें और बच्चों को जांच कराते हुए पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए संदर्भित कराएं और  ई कवच पोर्टल पर भी फीडिग कराना सुनिश्चित करें ।किसी भी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही यदि की जाती है तो उसको दंडित किया जाएगा । बैठक में सभी कन्वर्जेंस डिपार्टमेंट के अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और सभी सीडीपीओ उपस्थित रहे।