भगवान भी आ जाते हैँ पृथ्वी पर
जब दिल से पुकारे जाते हैँ
भगवान नहीं भक्त के वश में
भगवान दया दिखलाते हैँ
प्रश्न पत्र देकर हमको भेजा है
निर्भर हम पर हल कैसे करना है
जो जितना अच्छा करेगा
ईश्वर उतना ही उससे ख़ुश होगा
वह सब कुछ भले ही देख रहा
परीक्षा की कॉपी की जाँच करेगा
यह पृथ्वी है रंगमंच भी
हर व्यक्ति भूमिका अदा करेगा
ईश्वर सबका विधाता है
वही सुख दुख का दाता है
कुछ भाग्य ईश्वर बनाता है
कुछ भाग्य का मानव निर्माता है
जो दिल से पुकारे ईश्वर को
ईश्वर उसका हो जाता है
कलयुग का निर्माता मानव है
ईश्वर हर बुराई को मिटाता है
ध्रुव सच्चा भक्त ईश्वर का
आसमान में उच्च स्थान पाता है
रूठते नहीं भगवान किसी से
पर ऐसा सोच मनाना पड़ता है
मानव मानव को समझ जायेगा
पृथ्वी ईश्वर का भक्त हो जायेगा
रितु शर्मा
दिल्ली