टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आज अपना 24वां जन्मदिन मना रहे हैं। गाबा के मैदान पर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम किरदार निभाने वाले पंत ने अपने अबतक के इंटरनेशनल करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है। विदेशी दौरों पर पंत टीम इंडिया के सुपरस्टार रहे हैं और उन्होंने बल्ले से अकेले दम पर कई मैच पलटे हैं। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर पंत इस समय आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स की अगुवाई कर रहे हैं और अपनी टीम को प्लेऑफ में पहुंचा चुके हैं। उनके जन्मदिन के मौके पर आइए एक नजर डालते हैं भारतीय विकेटकीपर के तीन बड़े रिकॉड्स पर।
टेस्ट टीम में महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट के बाद विकेटकीपर की भूमिका निभाने वाले पंत ने बल्ले से क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में खूब कमाल दिखाया है। पंत भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज हजार रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। उन्होंने इस रिकॉर्ड को गाबा में खेली अपनी 89 रनों की नाबाद पारी के दौरान हासिल किया था। पंत ने अपने 1,000 रन पूरे करने के लिए महज 27 इनिंग खेली और धोनी को इस मामले में पीछे छोड़ा। माही ने 32 पारियों में टेस्ट में एक हजार रन पूरे किए थे।
2018 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले ऋषभ पंत भारत की तरफ से पहले बल्लेबाज रहे थे, जिन्होंने क्रिकेट के सबसे फॉर्मेट में अपना पहला रन सिक्स जड़कर बनाया था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में खेलते हुए आदिल राशिद की दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा था। पंत ने इस मुकाबले में शानदार पारी खेली थी और टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 203 रनों से हार का स्वाद चखाया था। इसके बाद से पंत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और टेस्ट क्रिकेट में ना जाने कितने ही रिकॉर्ड्स अपने नाम दर्ज कराए।
भारत के इस युवा खिलाड़ी ने अगर बल्ले से कमाल दिखाया तो विकेट के पीछे भी वह हमेशा एकदम मुस्तैद ही नजर आए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2018 में एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में पंत ने बेहतरीन विकेटकीपिंग स्किल्स दिखाते हुए 11 कैच लपके थे। इस तरह पंत ने एक मैच में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले महज तीसरे ही विकेटकीपर बने थे। उन्होंने पहली पारी में 6 और दूसरी में 5 जबरदस्त कैच लपके थे। पंत की शानदार कीपिंग के चलते भारतीय टीम इस मैच को अपने नाम करने में सफल रही थी। पंत ने इस सीरीज में विकेट के पीछे कुल 20 शिकार किए थे और चार मैचों में 350 रन कूटे थे।