॥ जिम्मेदारी याद रखना ॥

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


कभी फुरसत मिले तो अय जनप्रतिनीधि

निर्धण के घर पर भी तुम आ जाना

गरीबों की फटेहाल की जिन्दगी से तुम

अपने ऑंखों से रूबरू हो समझ लेना


जो वादा किया था चुनाव के समय में

उस वादे को तुम कभी ना भुला देना

तुम्हें वोट देकर कुर्सी पर बिठाया है मैनें

उस वोट को तुम ना अपमान करना


घर में नहीं जलता है चुल्हा उस दिन

जिस दिन मजदूरों को काम ना मिलता

रो रो कर सो जाते हैं उनके नौनिहाल

उस मासुम की तुम भूख मिटा  जाना


शिक्षा का अधिकार अब मजाक है बनी

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा है मृगतृष्णा  बनी

मैकाले की शिक्षा नीति से करो तौबा

गुरुकूल की शिक्षा का चलन  करना


निर्धण के बच्चे हो रहे हैं कुपोषण के शिकार

उन नौनिहाल पे .तुम भी जरा तरस खाना

उनकी स्वास्थय की चिन्ता कर अपनी

सहानुभूति से उनका उपकार भी करना


कभी फुरसत मिले तो अय जनप्रतिनीधि

निर्धण के घर भी तुम आ जाना

पाँच वर्ष के लिये तुम हमारी नेता है

उस बात की जिम्मेवारी ना भूला जाना


उदय कशोर साह

मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार