मिस टीचर

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

मिस टीचर मिस टीचर 

मुझे आपकी है फिकर 

सुबह-सवेरे उठती है 

स्वादिष्ट भोजन पकाती है 

स्कूल को तैयार होती है 

बच्चों का होमवर्क लेती है 

 फिर भी मुस्कराती है 

आपके चश्मा है गोल 

बच्चों को बुझती है ढोल 

बाल प्रभात सुनाती है 

कहानी बनाने देती है 

 कभी नहीं थकती है 

बच्चों को बेचैन करती है 

 मुझे फिकर होती है ।

~सौरभ कुमार, नाला(झारखण्ड)