नई दिल्ली: असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद में हिंसक झड़प औऱ 5 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की घटना को लेकर विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस, राजद ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि असम और मिजोरम के बॉर्डर पर बेरोकटोक हिंसा को देखकर मैं हैरान और स्तब्ध हूं. मेरी शोक संवेदनाएं अपनों को खोने वाले परिजनों के प्रति हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में हिंसा की ऐसी घटनाएं देश में लोकतंत्र की मृत्यु का न्योता दे रही हैं. भारत इससे कहीं बेहतर भविष्य का हकदार है.
वहीं विपक्षी दल राजद के सांसद मनोज झा ने भी सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट किया, ये कौन से 'नए भारत' का सृजन हो रहा है, जहां इसी देश के दो राज्यों के सुरक्षाकर्मियों के बीच गोलीबारी होती है और दुर्भाग्यपूर्ण मौतें होती हैं. ये कौन सी उलटे पांव की यात्रा पर हम चल पड़े हैं. सरकार चेत जाए अन्यथा ये भयावह तस्वीरें हमें लील जाएंगी. जय हिन्द.
गौरतलब है कि असम के कछार और मिजोरम के कोलासिब जिले के सीमावर्ती इलाकों में सोमवार को गोलीबारी और सरकारी वाहनों पर हमले हुए थे. हिंसक भीड़ ने कुछ निजी वाहनों को भी निशाना बनाया. हिंसा को लेकर असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया था कि मिजोरम सरकार ने समझौते का उल्लंघन किया है.
वहीं मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने कहा, असम पुलिस ने दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समझौते तोड़ा औऱ कोलासिब में एक पुलिस चौकी पर धावा बोला. मिजोरम ने कहा कि असम पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों को नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर गोलियां चलाईं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पूर्वोत्तर राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों से मुलाकात के दो दिन बाद खून खराबे की यह घटना हुई है. एएनआई सूत्रों ने कहा कि अमित शाह ने सोमवार को दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया और सीमा मुद्दे का समाधान करने के लिए कहा है.