डीम ने विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

आजमगढ़ : जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि संवर्गीय विभागों (कृषि, उद्यान, कृषि रक्षा, मत्स्य, पशुपालन, दुग्ध, सहकारिता, गन्ना आदि) की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।

जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक को निर्देश दिया कि नेशनल मिशन ऑन एडिबल आयल के अन्तर्गत लक्ष्य के सापेक्ष अवशेष कार्यां को तत्काल पूर्ण करें। उन्होने कहा कि कृषकों के हितार्थ जो भी लाभार्थीपरक योजनाएं हैं, उसमें पंजीकरण तथा अन्य स्वीकृति आदि जो भी कार्य हैं, उसे इसी माह में पूर्ण करायें। कितने कृषकों द्वारा कृषि यंत्र क्रय करने के लिए आवेदन किया तथा उसके सम्बन्ध में कितने कृषकों का सत्यापन किया गया, उसके बारे में पूछा। 

उन्होने निर्देश दिया कि कृषकों द्वार कृषि यंत्र क्रय करने के लिए जो भी आवेदन किये जायें, उनका सत्यापन जल्द से जल्द कराते हुए उनको नियमानुसार कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जाय। उन्होने कहा कि जिन उद्यमियों द्वारा लाइसेंस लेकर कृषि एग्रीजंक्शन स्थापित किया गया है, उनके स्वावलम्बन हेतु नियमानुसार ऋण उपलब्ध कराया जाए। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विकास खण्डवार एफपीओ की संख्या में वृद्धि करायें तथा गठित एफपीओ के माध्यम से कृषकों के उत्पादन को बाजार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

 इसी के साथ ही उन्होने कहा कि किस प्रकार से किसानों की आय में और वृद्धि की जाए, उस पर विशेष ध्यान देकर कृषकों की आय में वृद्धि हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि फूलों की खेती के लिए अधिक से अधिक कृषकों को जागरूक करते हुए उनके आय में वृद्धि की जाए। उन्होने कहा कि कृषकों को अपनी खेतों की मेड़ पर फूलों का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करना सुनिश्चित करें। किसानों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना हम सबकी जिम्मदारी है। 

पर ड्राप मोर क्राप माइक्रोइरीगेशन के अन्तर्गत संतोषजनक प्रगति न होने पर जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक कृषकों का चयन करते हुए पंजीकरण की संख्या में वृद्धि करें। उन्होने कहा कि इसमें सीमांत कृषकों को 90 प्रतिशत एवं अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था है, इसका लाभ लेने के लिए अधिक से अधिक कृषकों को जागरूक करें। उन्होने कहा कि कृषकों का पंजीकरण करने के लिए एफपीओ से समन्वय स्थापित करें। 

प्रधानमंत्री एफएमई की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि बैंकों से समन्वय स्थापित कर बैंक लेवल पर पेंडेंसी को तत्काल खत्म करायें। उन्होने जिला गन्ना अधिकारी को निर्देश दिया कि कृषकों से समन्वय स्थापित कर सठियांव चीनी मिल में गन्ने की नियमित रूप से आपूर्ति सुनिश्चित करायें। 

उन्होने भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिये कि खेत तालाब योजना के अन्तर्गत लम्बित अवशेष कार्यां को पूर्ण कराते हुए समय से भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने भूमि संरक्षण अधिकारी से मृदा नमूना लेने की स्थिति, किस ब्लाक/क्षेत्र में किस तरह की मृदा है, क्या समस्या आ रही है तथा यदि कहीं समस्या आ रही है तो उस पर सुधारात्मक कार्यवाही आदि के सम्बन्ध में जानकारी लिया।

इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने मत्स्य, कृषि रक्षा, पशुपालन, सहकारिता, दुग्ध विकास आदि की समीक्षा करते हुए लक्ष्य के सापेक्ष सभी कार्यां को पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री परीक्षित खटाना, उप कृषि निदेशक श्री मुकेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, मत्स्य, दुग्ध विकास, सहकारिता, जिला गन्ना अधिकारी आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।