युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
World Hindi Day 2024: अंग्रेजी और मंदारिन के बाद हिंदी भाषा विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। चाहे भारत देश की बात करें, या विदेशों की, विश्वभर में करोड़ों लोग बातचीत के लिए हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। एक समय था, जब लोग अंग्रेजी भाषा की तरफ झुक रहे थे, लेकिन अब हालात काफी बदल चुके हैं।
आज के समय में विदेशों में भी हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि देश-विदेशों में हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का एकमात्र उद्देश्य ये है कि लोग अपनी राजभाषा हिंदी की तरफ आकर्षित हों और आगे आने वाले समय में हमारी आने वाली पीढ़ियां हिंदी भाषा से परिचित रहें।
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जो लोग सिर्फ हिंदी बोलते हैं, उनके सामने विदेश जाने पर समस्या उत्पन्न होने लगती है। एयरपोर्ट से टैक्सी बुक करने से लेकर होटल में कमरा लेने और विदेशी जगहों को घूमने व खाना ऑर्डर करने तक भाषा बाधा बन सकती है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे देशों के बारे में बताएंगे, जहां लोग हिंदी भाषा को ना सिर्फ समझते हैं, बल्कि वो भलिभांति हिंदी बोल भी लेते हैं। इन जगहों पर आप बिना हिचकिचाए हिंदी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नेपाल
अक्सर लोग भारत के पड़ोसी देश नेपाल में घूमने जाते हैं। नेपाल में लोग बेधड़क हिंदी बोलते हैं। हालांकि वहां की आधिकारिक भाषा नेपाली ही है, लेकिन फिर भी वहां आपको आसानी से मैथली, भोजपुरी और हिंदी भाषी बोलने वाले लोग आसानी से मिल जाएंगे। ऐसे में अगर आप कहीं ऐसी जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं, जहां भाषा की वजह से आपको परेशानी ना हो तो आप नेपाल जा सकते हैं।
फिजी
दक्षिण प्रशांत महासागर के मेलानेशिया में फिजी नाम का एक द्वीप है, जहां पर हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है। यहां पर आपको उत्तर पूर्वी भारत के लोग आसानी से मिल जाएंगे, जो बखूबी हिंदी बोलना जानते हैं। ऐसे में आप यहां कि ट्रिप बिना भाषा अवरोध के पूरी कर सकते हैं।
बांग्लादेश
कुछ समय पहले तक बांग्लादेश भारत का ही अंग था। ऐसे में अगर आप बांग्लादेश घूमने जाएंगे तो आपको भाषा की वजह से कोई परेशानी नहीं होगी। वैसे को बांग्लादेश की आधिकारिक भाषा बांग्ला है, लेकिन यहां आपको हिंदी और अंग्रेजी बोलने वाले लोग आसानी से मिल जाएंगे।
पाकिस्तान
भारत की आजादी के वक्त जब देश का विभाजन हुआ था तब पाकिस्तान भारत से अलग हो गया था। वैसे तो अंग्रेजी और उर्दू पाकिस्तान की आधिकारिक भाषाएं हैं लेकिन यहां पंजाबी, हिंदी, पास्तो और बलूची भाषाएं भी बोली जाती हैं। इसलिए आपको यहां घूमने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी।