विकसित भारत संकल्प यात्रा ने भ्रष्टाचारियों की उम्मीद पर कील ठोकी

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

शासकीय योजनाओं से वंचित पात्र हितधारकों के लिए स्वर्णिम अवसर-भ्रष्टाचार के ताबूत में कील 

विकसित भारत संकल्प यात्रा से शासकीय योजनाओं के लाभार्थियों में जनजागरण जागृत करना, 2047 के विकसित भारत संकल्प में मील का पत्थर साबित होगा - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया 

गोंदिया - वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियां में भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरा है, जिसे समाप्त करने वैश्विक स्तरपर अंतरराष्ट्रीय मंचों, संस्थाओं, संगठनों द्वारा अनेक स्तरपर कार्य और प्रयास किया जा रहे हैं, परंतु यह समस्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। भारत में भी भ्रष्टाचार रूपी दीमक, या यूं कहें के काला नाग अच्छे-अच्छों को डस चुका है। 

बड़ी-बड़ी योजनाओं की राशि डकार दी जाती है इसके सबूत में बड़े कारणों में से एक महत्वपूर्ण कारण है कि शासकीय योजनाओं की जानकारी उनके पात्र हित धारकों को नहीं होती, और शासकीय कर्मचारी इसका लाभ हितधारको को दिलाने के लिए भोले भाले नागरिकों पर चारा फेंकते हैं कि, इतने हरे दे दो तो मैं इसके दसगुना अधक का फायदा करवा दूंगा, हालांकि वह इस हेतु हित के लिए पहले से ही पात्र है, परंतु दुर्भाग्य है कि उसे अपने हित की इस योजना के बारे में जानकारी नहीं थी। 

इसका सटीक उदाहरण मैंने एक कॉलेज में देखा जहां, यही झांसा एक छात्र को दिया गया था,अक्सर अनेकों लोगों को ईडब्ल्यूएस स्कीम के बारे में जानकारी नहीं होती। वह गरीब, टैलेंटेड सर्व गुण संपन्न छात्र था,परंतु किसी आरक्षण के दायरे में नहींआता था जबकि वह बहुत अति गरीब था।सामान्य केटेगरी का था, परंतु उसे ईडब्ल्यूएस स्कीम के बारे में उसे जानकारी नहीं थी, उसे बाबू ने झांसा दिया के इतने हरे गुलाबी दे दो, मैं इंजीनियरिंग में चार वर्षों तक तुम्हारी फीस बिल्कुल ना के  बराबर करवा दूंगा। 

हालांकि यह स्कीम पहले से ही पात्र लोगों को देना शुरू है और उसके लिए वह छात्र मान गया और और जेब ढीली करनी पड़ी। भ्रष्टाचार का खेल ही ऐसा है की योजनाओं स्कीमों की जानकारी उन पात्र हित धारकों को नहीं होती और या तो फंड जाली बांट दिया जाता है। 

जाली हित दिखा उसके माध्यम से या फिर वापस चला जाता है। परंतु अभी कुछ समय से शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा जो कि आज 16 जनवरी 2024 को हमारे गृह प्रदेश महाराष्ट्र में है और सभी शासकीय योजना की जानकारी आज जनता को दे रहे हैं, ऐसी ऐसी योजनाएं बता रहे हैं कि जिनकी जानकारी अनेकों पात्र रहते धारको भी नहीं थी, परंतु भ्रष्टाचार के माध्यम से ले रहे थे। 

उनको मालूम नहीं था कि वह इसके असली हित धारक पात्र हैं। इसलिए आज मेरा ध्यान इस विकसित भारत संकल्प यात्रा में भ्रष्टाचारी शासकीय कर्मचारियों के लिए इस योजना से सुदर्शन चक्र रूपी अस्त्र से किस तरह भ्रष्टाचार की उम्मीदों परकील ठोकी। यह यात्रा एक तरह से शासकीय योजनाओं को हितधारकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, शासकीय योजनाओं से वंचित पात्र हितधारकों के लिए स्वर्णिम अवसर, भ्रष्टाचारियों की ताबूत में कील। 

साथियों बात अगर हम विकसित भारत संकल्प यात्रा की करें तो, 15 नवम्बर 2023 से 26 जनवरी 2024 तक माननीय पीएम की संकल्पना है कि देश मे विकसित भारत संकल्प यात्रा चलाई जा रही है, जिसमें गांव-गांव यह यात्रा पहुंचकर लाभार्थियों को लाभान्वित कर रही है। 

और अब तक योजनाओं से मिले लाभ के बारे में भी लाभार्थी मंच के माध्यम से अपनी जीवन में आए परिवर्तन के बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं और उन्हें सेलिब्रेट कर रहे हैं और आने वाले जो पात्र व्यक्ति हैं उन्हें भी लाभान्वित करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को गांव के अन्तिम छोर तक निवास करे रहे जन सामान्य को शत प्रतिशत आच्छादित करना विकसित भारत संकल्प यात्रा का लक्ष्य हैं। 

शासन  द्वारा देश व प्रदेश के प्रत्येक वर्ग, गरीब, असहाय,योजनाओं से वंचित लाभार्थियो के पीड़ा को समझते हुये बिना किसी भेदभाव के योजना से शत प्रतिशत लोगो को आच्छादित करने के उद्देश्य से विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद के प्रत्येक गांव में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। मीडिया में एक अधिकारी ने बताया कि  विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित पात्र व्यक्तियों को जोड़ना है और उन्हें लाभ पहुंचाना है।  

जिन ग्रामीणो को प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, पेंशन, स्वच्छ शौचालय, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पेयजल, हैण्डपम्पो की स्थापना/मरम्मत, सम्पर्क मार्ग, कन्या सुमंगला योजना उज्ज्वला योजना सहित सभी योजनाओं से आच्छादित किया गया है उन लोगो से मिलकर  योजनाओं के कैसे प्राप्त कर सकते है उसकी जानकारी भी ग्रामीणवासियों को दी जा रही है। 

विकसित भारत यात्रा विभिन्न जन भागीदारी कार्यक्रमों पर केंद्रित है जैसे योजनाओं के लाभार्थियों द्वारा अनुभव साझा करना, प्रगतिशील किसानों के साथ बातचीत, आयुष्मान कार्ड, जल जीवन मिशन, जन धन योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, ओडीएफ प्लस स्थिति जैसी योजनाओं की शत प्रतिशत संतृप्ति प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायतों की उपलब्धियों का उत्सव, मौके पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, ड्रोन प्रदर्शन, स्वास्थ्य शिविर और मेरा युवा भारत स्वयंसेवी नामांकन। 

विकसित भारत अभियान, अब तक की सबसे बड़ी आउटरीच पहलों में से एक है, जिसका लक्ष्य अंततः 25 जनवरी 2024 तक देश के हर जिले को छूते हुए 2.55 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों और 3,600 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों को कवर करना है। पूरे अभियान की योजना और कार्यान्वयन राज्य सरकारों, जिला अधिकारियों, शहरी स्थानीय निकायों और ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी के साथ संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण के साथ किया जा रहा है। 

यह ध्यान दिया जा सकता है कि आईईसी वैन को हिंदी और राज्य भाषाओं में ऑडियो विजुअल, ब्रोशर, पैम्फलेट, बुकलेट और फ्लैगशिप स्टैंडीज़ के माध्यम से राष्ट्रीय, राज्य और जिले स्तर की प्रमुख योजनाओं, हाइलाइट्स और उनकी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए ब्रांडिंग और अनुकूलित किया गया है। यात्रा का प्रभाव गहरा और जीवन बदलने वाला है।

1.7 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं और यात्रा के दौरान स्वास्थ्य शिविरों में 2.2 करोड़ से अधिक नागरिकों की जांच की गई है। वित्तीय स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ाते हुए 7.5 लाख से अधिक लाभार्थियों ने पीएम स्वनिधि योजना का लाभ उठाया है। यात्रा के दौरान 33 लाख से अधिक नए पीएम किसान लाभार्थियों का नामांकन किया गया है। 87 हज़ार से अधिक ड्रोन प्रदर्शन आयोजित किए गए हैं। 

जो किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहे हैं।विकसित भारत संकल्प यात्रा सिर्फ एक मार्च से कहीं अधिक है, यह कार्य करने का एक शक्तिशाली आह्वान है जिसकी प्रतिध्‍वनि देश भर में गूंज रही है। बदलाव लाने के लिए आज किए गए प्रयास, एक समृद्ध भविष्य का वादा करते हैं। इस आंदोलन का उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाना और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के करीब लाने का साहसिक संकल्प लेना है। 

यह इस बात पर जोर देता है कि विकसित भारत की ओर यात्रा एक व्यक्तिगत प्रयास नहीं है बल्कि सभी वर्गों के लोगों को शामिल करने का एक सामूहिक प्रयास है। 

साथियों बात अगर हम 16 जनवरी 2024 को माननीय केंद्रीय मंत्री द्वारा एक कार्यक्रम में संबोधन की करें तो उन्होंने कहा, विकसित भारत संकल्प यात्रा उन नागरिकों के लिये है जो शायद आगे नहीं या पाए या, उन विभिन्न योजनाओं से अनजान हैं। 

जिनके वे पात्र हैं ऐसे लोगों के लिए जिनसे उन्हें लाभ नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा, कि नागरिकों को सरकारी योजना का केंद्र बिंदु बना दिया है और प्रत्येक कल्याणकारी योजना आम आदमी को ध्यान में रखकर बनाई गई है, यह पीएम के दूरदर्शी औरकल्पनाशील नेतृत्व के कारण संभव हुआ है। जहां भी अतीत में न्याय से इनकार किया गया था, अब न्याय देने के लिए पूरी तरह से वस्तुनिष्ठ मापदंडों का पालन किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा, यह पिछली विपक्षी सरकारों द्वारा अपनाई गई पिछली प्रथा से काफी अलग है, जिसमें वोट बैंक की राजनीति राज्य के लाभों को चुनिंदा रूप से लागू करने को पूर्व निर्धारित करती थी।उन्होने कहा, भारत में एक नई कार्य संस्कृति शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को हमेशा श्रेय दिया जाएगा, जिसमें प्रत्येक गरीब समर्थक और लोक कल्याण योजनाओं को इस तरह से डिजाइन किया गया, ताकि वह जाति, पंथ, धर्म या वोट की परवाह किए बिना अंतिम पंक्ति में सबसे जरूरतमंद या अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके। उन्होने कहा कि पीएम ने सभी के लिए न्याय के सिद्धांत के आधार पर सार्वजनिक वितरण के मानकों को वोट के विचार से बहुत ऊपर उठा दिया है। 

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का  अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ने भ्रष्टाचारियों की उम्मीद पर कील ठोकी शासकीय योजनाओं से वंचित पात्र हितधारकों के लिए स्वर्णिम अवसर-भ्रष्टाचार के ताबूत में कील।विकसित भारत संकल्प यात्रा से शासकीय योजनाओं के लाभार्थियों में जनजागरण जागृत करना, 2047 के विकसित भारत संकल्प में मील का पत्थर साबित होगा।

-संकलनकर्ता  लेखक - कर विषेशज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र