युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक कहा जाता है। उन्होंने अपने नीति शास्त्र में जीवनोपयोगी ऐसी कई बातें बताई हैं जो मनुष्य के जीवन को सरल और सफल बना सकती हैं। चाणक्य नीति शास्त्र में बताई गई बातों को अपनाने से व्यक्ति को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं चाणक्य नीति की ये महत्वपूर्ण बातें।
नहीं देखना पड़ेगा बदहाली का मुख
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति परिश्रम करता है, तो उसे कहीं भी बदहाली का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं, जो व्यक्ति धर्म के रास्ते पर चलता है वह कभी पाप नहीं कर सकता।
ध्यान रखें ये 2 बातें
आचार्य चाणक्य ने इस संसार में एक कड़वा वृक्ष बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि संसार में केवल दो ही मीठे फल हैं। पहला व्यक्ति की मधुर वाणी और दूसरा सज्जन व्यक्ति की संगति। ऐसे में व्यक्ति को इन दो बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अपनी वाणी मीठी और अच्छे लोगों की संगति में रहकर ही जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है।
सुखी गृहस्थ का मंत्र
साथ ही आचार्य चाणक्य नीति में बताया गया है कि सुखी गृहस्थ कैसे जिया जा सकता है। चाणक्य जी के अनुसार, जिस व्यक्ति की संतान उसकी आज्ञा मानते हो, पत्नी उसका हमेशा साथ देती हो और जो व्यक्ति अपनी कमाई से संतुष्ट होता हो, ऐसा व्यक्ति की सुखी रह सकता है।
शत्रु के समान है ऐसा दोस्त
चाणक्य जी के अनुसार, जो दोस्त सामने चुगली करता हो और पीठ पीछे आपका काम बिगड़ हो, उसका साथ तुरंत ही छोड़ देना चाहिए। क्योंकि ऐसा मित्र उस बर्तन की तरह है, जिसमें ऊपर तो दूध होता है लेकिन अंदर जहर भरा होता है।