युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव व आगामी विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा घेराव की चेतावनी दी है। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गई है। इस संबंध में अभिसूचना मुख्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ के द्वारा एक पत्र जारी किया गया है।
पत्र में बताया गया है की आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र सिंह बाहुबली के द्वारा मुख्यमंत्री आवास के घेराव करने तथा 2 फरवरी 2024 तक मुख्यमंत्री से मुलाकात ना होने पर 2 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र चलने न दिए जाने की चेतावनी दी गई है। स्थानीय पुलिस को अलर्ट करते हुए पत्र में बताया है कि यह अभ्यर्थी रोके जाने की स्थिति में पुलिस कर्मियों से वाद विवाद, पथराव, मार्ग अवरोध, आगजनी तथा मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिए फांसी लगाना, आत्मदाह,टंकी पर चढ़ना, जहरीला पदार्थ खाना, नदी में कूदना अप्रिय कृति किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
वहीं अभर्थियों का कहना है कि सभी पिछले 594 दिन से धरना स्थल इको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, साथ ही 37 दिन से इनका क्रमिक भूखहड़ताल भी चल रहा है। इनकी मांग है कि इन्हे नियुक्ति पत्र दिया जाए। और उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कराई जाए।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश अधिकारियों को दिया था।
जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका। हमारी मांग है की हमारे एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से कराई जाए। इस मामले का त्वरित समाधान निकाला जाए और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करें।