भेदभाव प्रगति में बाधक

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


भेदभाव जो करता मानव जाति वर्ण और धर्म में

हो रहा है प्रगति में बाधक क्यों डूबे इस अथर्म में

अमीरी गरीबी, छुआछूत, काला गोरा,  ऊंच नीच

बेटा बेटी  के पोषण मे  प्यार शिक्षा  में  भेदभाव।


भेदभाव जब जब भी होता जन्म वहां लेती कुंठा

जो प्रगति सुपथ में अवरोधक कैसे होती उत्कंठा?

वसुधैव कुटुंबकम् की बात विश्व बंधुत्व की भावना 

समता समानता नहीं कहीं कैसे प्रगति की कामना?


भेदभाव के कारण प्रतिभा   यूं रह जाती है बंचित

मन में हीन भाव रिसता है क्यों करें ज्ञान को संचित

भेदभाव से फलता विकार  मानसिकता  है  बीमार

अलका कहे प्रगति में बाधक खड़ी भेदभाव दीवार।


भेदभाव की तोड़ दीवार राह प्रगति की सुगम करो,

देश प्रगति में साधक बनके हासिल नया मुकाम करो,

समता के भाव जगा मन में  भेदभाव  उनमूल  करो,

भारत भूमि पर जन्म सार्थक मानव हो तो गर्व करो।


डॉ0 अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी'