यूपी में मुसलमानों के लिए हो रही सपा -कांग्रेस में रस्साकशी

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी

यूपी में कांग्रेस किसी एक नेता के भरोसे नहीं चलेगी: अजय

लखनऊ। पूरे देश की सियासत एक तरफ़ और उत्तर प्रदेश की सियासत एक तरफ़ यहाँ की सियासत की अंगड़ाई पूरे देश की सियासत का रुख़ बदल देती है कांग्रेस आजकल देश की सियासत का रुख बदलने में लगी है उसके टारगेट पर पहले जो उसका वोटबैंक रहा है उसको वापसी लाना है और उस पर वह गंभीरता पूर्वक काम कर रही है उसमें दलित, मुसलमान और ब्राह्मण है मुसलमान ने तो अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी है ।

यह निकायों के चुनाव में साबित हो गया था चार नगर निगमों में कांग्रेस ने मुसलमानों के दम पर बढिया प्रदर्शन किया था अब ब्राह्मण और दलित की बारी है कि यह कब अंगड़ाई लेता अगर इन दोनों ने भी अंगड़ाई ले ली तो यूपी में कांग्रेस के अच्छे दिन आने से कोई नहीं रोक सकता है इसी के चलते यूपी में हर दिन नया मोड़ आता दिख रहा है कांग्रेस पार्टी और सपा के बीच चल रही बयान बाजी के चलते इंडिया गठबंधन में भी दरार साफ नजर आने लगी है ऐसे भी कयास लगने लगे हैं कि सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा ही न रहे और बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन जाए जिसकी संभावना अधिक हो रही है।

हालांकि सपा के लिए इंडिया गठबंधन से बाहर जाना एक आत्मघाति कदम होगा ऐसा राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं।कुछ सियासी जानकर यह भी कह रहे हैं कि यूपी में सपा की कब्र खुद सपा के मालिक अखिलेश यादव ही खोद रहे हैं।अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जनता से यह अपील करते देखे जा रहे हैं कि कांग्रेस को वोट मत देना कांग्रेस एक धोखेबाज पार्टी है जब उसने हमें धोखा दे दिया है तो वह आपको भी धोखा देगी सवाल यह भी है कि जब क्षेत्रीय दल अपने प्रदेश से बाहर निकलने का ढोंग करते हैं तो यकीनन वह किसी दूसरी शह पर ही ये काम करते हैं ।

पहले तो चल जाता था अब जनता शिक्षित हो गई है सब समझ जाती हैं कि हो क्या रहा है।अब कांग्रेस की तरफ से यह सवाल किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में सपा कांग्रेस को वोट न देने की अपील कर रही है लेकिन जनता को यह नहीं बता रही है कि कांग्रेस को वोट ना दे तो किसको दें क्या वह भाजपा को दिलवाना चाहतीं है कांग्रेस का कहना है कि अखिलेश यादव के इस बयान के बाद यह साफ हो जाता है कि मध्य प्रदेश में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला सपा का खुद का नहीं है वह भारतीय जनता पार्टी के द्वारा लिखी गई स्क्रिप्ट पर काम कर रही हैं ।

सपा भाजपा से मिलकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस को हराने का काम कर रही हैं लेकिन वहाँ की जनता कांग्रेस को जीता रही है यह बात तीन दिसम्बर को साफ हो जाएगी। कांग्रेस और सपा के बीच हो रही इस बयान बाजी का एक सबसे कारण यूपी में मुसलमान कांग्रेस के साथ जाने का मन बना चुका है असल में सपा के मालिक अखिलेश यादव मुसलमान से वोट तो लेना चाहते हैं मगर उनके हकों की लड़ाई लड़ना नहीं चाहते और ना ही उनके साथ बने रहना दिखाई देना चाहते हैं उन्हें साम्प्रदायिक वोट भाग जाने का खतरा है जो उसके हैं ही नहीं उसके डर से और जो है यानी मुसलमान उसका बंधवा मजदूर है।

 कांग्रेस लगातार यह प्रयास कर रही है कि वह जाति धर्म कोई भी हो, अगर किसी के साथ अन्याय हो रहा है तो वह उसके खिलाफ आवाज उठाती नजर आ रही है कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सहित सभी नेता यह प्रयास कर रहे हैं कि भाजपा सरकार में जिस-जिस पर भी अत्याचार किए जा रहे हैं वह उनके साथ खड़ी दिखाई दे रही है और वह उसमें सफल भी है देश भर का मुसलमान व गैर साम्प्रदायिक वोटर इस बात को महसूस कर रहा है कि मोदी सरकार का मुकाबला सिर्फ राहुल गाँधी कर रहे हैं ।

लेकिन कहने को समाजवादी विचारधारा के लोग अपने आपको इन सब चीजों से दूर रखे हुए हैं जिसकी वजह से सपा का जनाधार लगातार घट रहा है अगर कांग्रेस मुसलमान को अपने साथ जोड़ने में सफल होती है जिसकी संभावना अधिक है तो सपा का उत्तर प्रदेश से सियासी सफर समाप्त हो जाएगा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने नदवा यूनिवर्सिटी के नाज़िम मौलाना बिलाल हसनी नदवी साहब के साथ शिष्टाचार मुलाक़ात की लेकिन मुसलमानों के हमदर्द दवाखाना अखिलेश यादव को टाइम नही है उनसे मिलने का।

 सपा कांग्रेस की इस रणनीति को समझ रही है इसलिए सपा कंपनी कांग्रेस से घबरा रही है। कांग्रेस और सपा के बीच चल रही इस बयान बाजी के साथ साथ कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपना संगात्मक ढांचा खड़ा करने में लगी है वह दूसरे दलों से मजबूत लीडर तोड़कर कांग्रेस में शामिल कर रही है लखीमपुर खीरी के बहुत मजबूत लीडर रवि प्रकाश वर्मा और उनकी पुत्री डॉक्टर पूर्वी वर्मा ने कांग्रेस ज्वाइन की इसके बाद और भी कई नेता सपा भाजपा और बसपा के कांग्रेस में शामिल होने की लाइन में लगे हुए हैं इससे साफ हो जाता है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस मजबूत हो रही है जो नेता सेकुलरिज्म की सियासत करते हैं वह जमीनी हकीकत को समझ रहे इस लिए कांग्रेस का रुख कर रहे हैं ।

क्योंकि जमीन पर मुसलमान सहित गैर साम्प्रदायिक वोट राहुल गाँधी के संघर्ष को समझ रहा है इस लिए वह कांग्रेस की तरफ़ मोहब्बत की नजरों से देख रहा है इस लिए नेता कांग्रेस का रुख कर रहे हैं। वही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने जब से कांग्रेस की कमान प्रदेश में संभाली है तब से कांग्रेस हर दिन हर समय जाग कर कांग्रेस को सड़क पर मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं अजय राय उन्ही बटनों को दबा रहे हैं ।

जिनके दबने से सियासी अलटा पलटी होती हैं।हमने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय से एक सवाल किया कि उत्तर प्रदेश के जिलों में जो खुद को क्षेत्र का सियासी भगवान मानते हैं छत्रप या अवसरवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं क्या उनके कहे के मुताबिक ही जिलों में टिकटों का वितरण या संगठन बनाया जाएगा इस पर उनका साफ कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है जो भी लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं उनको समायोजित किया जाएगा और जो लोग पार्टी में पहले से मौजूद हैं या अन्य जो पार्टी में आना चाहते हैं उनको भी समायोजित किया जाएगा ।

किसी एक के कहने से किसी को टिकट या संगठन में शामिल नहीं किया जाएगा सब लोगों को साथ लेकर चला जाएगा अगर ऐसा कोई नेता मुगालता पलता है तो वह इस मुगालते को छोड़ दे उन्होंने दो-तीन उदहारण भी दिए उन्होंने कहा कि पश्चिम में अभी हाल ही में एक नेता ने जॉइनिंग की है उसको साफ कह दिया गया है कि टिकटो के मामले में पार्टी संगठन अपने हिसाब से फैसला करेगा इसमें किसी एक की कोई सुनवाई नहीं की जाएगी कि एक के कहने से ही सब टिकट दे दिए जाए या संगठन में एक ही नेता को या उसके चेले चपाटो को तर्जी दी जाएगी ऐसा नहीं होगा सबको जगह मिलेगी।