रसूखदार को पकड़ने में पैर लड़खड़ा जाते हैं...अमरमणि को नहीं पकड़ने पर कोर्ट ने पुलिस को लगाई लताड़

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

बस्ती : यूपी के पूर्व मंत्री और बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी पर कोर्ट सख्त हो गई है। पुलिस द्वारा फरार घोषित अमरमणि त्रिपाठी एक बार फिर एमपी एमएलए कोर्ट में नहीं हाजिर हुए। जिसके चलते कोर्ट ने पुलिस को भी जमकर लताड़ लगाई है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि अमरमणि को हर हाल में कोर्ट में पेश किया जाए।  इस पर कोर्ट ने बस्ती के एसपी को जमकर फटकार लगाई है। 

इतना ही नहीं बस्ती के कोतवाल को मामले में भ्रम पैदा करने वाला बताया है। साथ ही कोर्ट ने कोतवाल के खिलाफ अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर नोटिस देकर कोर्ट में तलब किया है।दरअसल, अमरमणि 22 साल पहले बस्ती जिले में हुए बिजनेसमैन के बेटे के अपहरणकांड के मुख्य आरोपी हैं। इस केस में उनको 1 नवंबर को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वो पेश नहीं हुए जिसके बाद एमपी-एमएलए कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई और अमरमणि को हाजिर कराने का आदेश दिया। 

अमरमणि त्रिपाठी और बस्ती पुलिस के बीच आंख मिचैली का खेल जारी है। ये हाल तब है जब कोर्ट खुद हर तारीख पर बस्ती पुलिस को आदेश पर आदेश दे रही है कि अमरमणि त्रिपाठी को हर हाल में पेश करें। लेकिन, बस्ती पुलिस को अमरमणि त्रिपाठी खोजे नहीं मिल रहे हैं। 

जानकारी के अनुसार, न्यायाधीश प्रमोद कुमार गिरि ने अमरमणि त्रिपाठी ने दी गई हाजिर होने की मोहलत अर्जी को खारिज कर दिया। पिछली सुनवाई पर ही अदालत ने अमरमणि के खिलाफ कुर्की नोटिस जारी कर दिया था। कोर्ट ने शहर कोतवाल को कार्यवाही में अक्षम बताते हुए पूछा कि क्घ्यों न उन्हें दंडित किया जाए। कोतवाल को भी दो दिसंबर तक अपना जवाब दाखिल करना होगा। 

आपको बता दें कि बस्ती के कारोबारी धर्मराज गुप्ता के बेटे राहुल का 22 साल पहले अपहरण किया गया था। पुलिस ने इस मामले की छानबीन को तो उसे लखनऊ स्थित अमरमणि त्रिपाठी के घर से बरामद किया था। इस केस में अमरमणि समेत छह से ज्यादा आरोप बनाए गए हैं। 

कई सालों से इस केस का बस्घ्ती कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। वारंट जारी होने के बाद भी अमरमणि अब तक कोर्ट में गैरहाजिर चल रहे हैं। हाल ही में अमरमणि को कवियत्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में जेल से रिहा किया जा चुका है। साथ में उनकी पत्नी मधमणि त्रिपाठी भी जेल से छूट चुकी हैं।