इंग्लैंड के खिलाफ बाबर आजम ने बताया, सेमीफाइनल में पहुंचने की पूरी कोशिश करेगी पाक टीम

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

पाकिस्तान जब शानिवार को कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन में इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगी को बाबर एंड कंपनी के सामने भारत में जारी आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए असंभव को संभव कर दिखाने की चुनौती होगी. पाकिस्तान को ना सिर्फ जीत चाहिए होगी, बल्कि उसे एक इतनी बड़ी जीत चाहिए होगी कि वो नेट रन रेट के मामले में न्यूजीलैंड को पछाड़ दे. 

पाकिस्तान को इसके लिए इंग्लैंड को कम से कम 300 रनों के अंतर से हराना होगा. चाहे यह कितना भी असंभव क्यों न लगे, लेकिन पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम के पास इसको लेकर प्लान है. इंग्लैंड के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर बाबर आजम ने मीडिया से बात करने के दौरान साफ किया कि उनकी टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की पूरी कोशिश करेगी.

इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले मीडिया के सामने आए बाबर आजम से जब सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए बड़े अंतर से जीतने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,"नहीं, ऐसा नहीं है, कि यह बात दिमाग में नहीं है. यह हमारे दिमाग में है और हम इसे करने की कोशिश करेंगे. हम अपने प्लान को अलम में लाने का प्रयास करेंते. और कल हम कैसे जाएंगे और हम कैसे अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे."

बाबर आजम ने आगे कहा,"हम जाते ही आंख मूंद कर हिट करने का प्रयास नहीं करेंगे. हम ऐसा करना चाहते हैं, लेकिन उचित योजना के साथ, हम पहले 10 ओवर कैसे खेलना चाहते हैं, फिर अगले 20 - हमें उस लक्ष्य को कैसे हासिल करना है." पाकिस्तानी कप्तान ने आगे कहा,"इसमें बहुत सी चीजें हैं, जैसे साझेदारी, कौन सा खिलाड़ी कितनी देर तक पिच पर रहेगा. अगर आप मुझसे पूछें तो मैं कहूंगा कि अगर फखर 20 या 30 ओवर तक मैच में रहते हैं, तो हम इसे हासिल कर सकते हैं. फिर रिजवान, इफ्तिखार के साथ आगे बढ़ें. हम यह कर सकते हैं और हमने इसके लिए योजना बनाई है."

बाबर आजम से जब टूर्नामेंट में उनके खराब फॉर्म को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने दोहराया कि वह बेहतर प्रदर्शन के लिए लड़ेंगे. बाबर आजम ने कहा,"कभी-कभी आपको कोशिश करनी होती है और टिके रहना होता है, लड़ना होता है और खेल को गहराई तक ले जाना होता है. यहां तीन चरण होते हैं. आपको नई गेंद से रन मिलते हैं. जब आप बीच में आते हैं, तो आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ता है. लेकिन यह ऐसा नहीं है कि आपको हर स्थान पर ये समान चीज़ें मिलती हैं. आपको अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग परिस्थितियाँ मिलती हैं."

वहीं भारत की परिस्थिति को लेकर बाबर आजम ने कहा,"हम पहली बार यहां आए थे... हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इसे कैसे लेना है, लेकिन हमने जितनी जल्दी हो सके अभ्यास में इसे अपना लिया कि हमें इसका सामना ऐसे ही करना होगा. इसलिए, हमने इस चीज का सामना किया.  हमने इसे लिया और उसके अनुसार योजना बनाई कि हमें यहां कैसे बल्लेबाजी करनी है. क्योंकि जैसा कि मैंने कहा, मध्य और अंत में आपको रन मिलते हैं. बीच के ओवरों में जब गेंद पुरानी होती है तो एक बल्लेबाज के रूप में आप थोड़ा संघर्ष करते हैं."