युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
इटावा। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का सही तरीके से इस्तेमाल ना होने के कारण फैल रही है। भारत सहित पुरे विश्व में फैल रही है सर्वाधिक बीमारियां उक्त बातें राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्राविधिक स्वयंसेवक अश्वनी त्रिपाठी ने ब्लाक सभागार चकरनगर में एक विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए कही।श्री त्रिपाठी ने कहा कि भारत में 960 मिलीयन टन ठोस अपशिष्ट पदार्थ इकट्ठा होता है जिसका सही तरीके से निष्पादन ना होने के कारण आज भारत में वायु प्रदूषण मृदा प्रदूषण,तथा जल प्रदूषण होने के कारण कई बीमारियां फैल रही है।
उन्होंने लोगों को बताया कि अत्यधिक शहरीकरण तथा औद्योगिकीकरण होने के कारण फैक्ट्रियों से,घरों से तथा अन्य संस्थानों तथा बड़े-बड़े रेस्तराओं और होटलों से जो कूड़े के रूप में प्लास्टिक कचरा,कांच के टुकड़े, पॉलिथीन बैग,राख,लोहा लक्कड़, तथा अन्य वेस्टेज पदार्थ जो हम लोग घरों में यूज करके फेंक देते हैं उन्हें ठोस अपशिष्ट पदार्थ कहा जाता है इन पदार्थों को हम लोग ऐसे ही खुले में फेंक देते हैं जबकि इनका सही तरीके से निस्तारण करके रीसायकल करके अन्य कामों में उपयोग किया जा सकता है जिसकी हमारे यहां सही तरीके से व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
श्री त्रिपाठी ने आगे बताया कि यदि हम लोग अभी नहीं समझे तो आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत ही खतरनाक स्थिति होने वाली है जिसे रोकना मनुष्य के लिए संभव नहीं होगा उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि सूखा कचरा और गीला कचरा को अलग अलग रखें कचरे में आग न लगाएं जिसके धुएं के कारण फेफड़ों का संक्रमण बढ़ रहा है श्री त्रिपाठी ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के बारे में लोगों को प्रेरित कियाइस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख पति राकेश यादव,खंड विकास अधिकारी विवेक कटिहार, पीएलबी आरती चौहान, सज्जन सिंह राजावत, अनिल कुमार, शिवराज सिंह, अभिषेक, देवेंद्र कुमार,हरी सिंह,वीरेश,मयंक यादव,वैभव मिश्रा,विजय कुमार सचिन कटिहार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।