युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने पिछले साल द कश्मीर फाइल्स के साथ जबरदस्त हिट कमाई की थी, जो बॉक्स-ऑफिस पर सफल होने के साथ-साथ बेहद विवादास्पद भी थी। कोवैक्सिन की कहानी पर उनकी फिल्म द वैक्सीन वॉर से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, नाना पाटेकर और पल्लवी जोशी की मुख्य भूमिका वाली द वैक्सीन वॉर ने बॉक्स ऑफिस पर अपने शुरुआती चार दिनों में बहुत खराब प्रदर्शन किया है।
ट्रेड वेबसाइट सैकनिल्कडॉटकॉम के अनुसार, फिल्म ने छह करोड़ रुपये का शुद्ध संग्रह (18 प्रतिशत जीएसटी हटाकर) दर्ज किया है। इस आंकड़े में रविवार को अनुमानित 2.5 करोड़ रुपये की शुद्ध कमाई शामिल है, जिसकी पुष्टि सोमवार को ही की जाएगी। द कश्मीर फाइल्स से तुलना करें तो उसने पहले दिन 27.15 करोड़ रुपये की कमाई की थी जबकि द वैक्सीन वॉर ने 3.55 करोड़ रुपये से शुरुआत की।
कश्मीरी हिंदुओं की कहानी पर आधारित फिल्म ने कुल 250.41 करोड़ रुपये कमाए और 2022 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक रही। द वैक्सीन वॉर ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले भी खराब प्रदर्शन किया है। पुलकित शर्मा की फुकरे 3 ने 28.3 करोड़ रुपये की कमाई की है। राघव लॉरेंस और कंगना रनौत अभिनीत तमिल हॉरर कॉमेडी चंद्रमुखी 2 ने भी 17.46 करोड़ रुपये कमाये हैं।
ट्रेड विश्लेषक इस सवाल पर बहस कर रहे हैं कि क्या अग्निहोत्री ने फिल्म निर्माण की अपनी प्रचार शैली का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर लिया है? भावनात्मक और विभाजनकारी मुद्दे पर केंद्रित द कश्मीर फाइल्घ्स के विपरीत द वैक्सीन वॉर में कोई दुश्मन नहीं है जो दर्शकों को उत्साहित कर सके। खोजी पत्रकारों का वैक्सीन के बारे में असुविधाजनक सवाल पूछना दुष्ट जेएनयू प्रोफेसरों और जिहादी आतंकवादियों की आकर्षित करने की शक्ति से मेल नहीं खाता है।
अग्निहोत्री की फिल्मों को एक रोमांचक दुश्मन की जरूरत होती है, जो द वैक्सीन वॉर में नहीं है। इसके अलावा, कश्मीर के मुद्दे के विपरीत, कोवैक्सिन पर राय विभाजित है। इसकी संभावना नहीं है कि द वैक्सीन वॉर के बॉक्स ऑफिस आंकड़ों में कोई बढ़ोतरी होगी, जब तक कि राजनेता इसके पीछे नहीं लामबंद नहीं होते (जैसा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने द कश्मीर फाइल्स के मामले में किया था), लेकिन अब तक इसके कोई संकेत नहीं हैं।