भगवान् की आराधना ही परमानन्द-आचार्य शिवसागर शुक्ल

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

कथा समापन में हुए भण्डारे में उमड़े श्रद्धालु

लालगंज, प्रतापगढ़। नगर के सांई कुटी अझारा में श्रीमदभागवत कथा के समापन पर शुक्रवार को भण्डारे मंे श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण किया। श्री शिवशक्ति नारायण महायज्ञ को लेकर हुई कथा में समापन बेला पर कथाव्यास आचार्य पं. करूणाशंकर द्विवेदी ने कहा कि भगवान की कथा को सुनने वाले का समस्त पाप स्वतः ही क्षीण हो जाया करता है।

 उन्होनें कहा कि भगवान के नाम का मंत्र कानों में गूंजते ही मनुष्य अलौकिक सुख की अनुभूति किया करता है। वहीं कथाव्यास वृंदावन से पधारे आचार्य शिवसागर शुक्ल ने कहा कि प्रभु की आराधना ही कलिकाल का परमानन्द है। उन्होनें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन को नैतिकता की साधना का अनुपम मार्ग प्रशस्त किया है।

 समापन बेला पर कथा के संयोजक दासानुदास स्वामी शिवाकान्त द्विवेदी ने कथाव्यास पं. करूणाशंकर द्विवेदी व कथाव्यास शिवसागर शुक्ल जी का श्रद्धालुओं की ओर से अंगवस्त्रम तथा तिलक कर सम्मान किया। इस मौके पर आचार्य हरिशंकर मिश्र, पं. गौरीशंकर, रामशिरोमणि मिश्र, राजभान तिवारी, बब्बू मिश्र, अटल बिहारी मिश्र आदि रहे।