समाज को शिक्षित कर नायकर को दें श्रद्धाजंलि : ज्वाला प्रसाद

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

जयंती पर याद किए गए द्रविड आन्दोलन के जनक पेरियार ई.वी. रामा स्वामी नायकर

आजमगढ़। अनुसूचित जाति, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक शिक्षक महासभा आजमगढ़ के बैनर तले भारतीय राजनीतिज्ञ दलित शोषित व गरीबो के उत्थान के अग्रणी, द्रविड आन्दोलन के जनक पेरियार ई.वी. रामा स्वामी नायकर की जयन्ती रविवार को जिला पंचायत स्थित कार्यालय में सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम महासभा के पदाधिकारियों ने नायकर जी के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर उन्हें नमन किया और समाज के युवाओं को शिक्षित होकर समाज के उत्थान पर बल देने का संकल्प दिलाया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद व संचालन हरिश्चन्द्र ने किया।

जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद ने कहाकि दक्षिण भारत में सामाजिक क्रान्ति के सूत्रधार पेरियार ई.वी. रामा स्वामी नायकर का जन्म 17 सितम्बर 1879 में तमिलनाडू राज्य के ईरोड जिले में हुआ था। नायकर जी ने जीवनपर्यंत सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष करते हुए छुआछूत, ऊंच-नीच एवं जातीय भेदभाव को समाज से खत्म कराया।

जिला कोषाध्यक्ष हरिश्चन्द्र ने कहा कि पेरियार जी ने धार्मिक, आडम्बर, पाखंड, अंधविश्वास के खिलाफ व्यापक आन्दोलन चलाया और समाज में मानवता पूर्ण सामान जीवनयापन पर बल दिया। वहीं जिला संगठन मंत्री विकास कुमार कारूष ने कहा कि दक्षिण भारत में प्रचलित देवदासी प्रथा को बन्द कराते हुए मानसिक गुलामी, शारीरिक शोषण के खिलाफ बड़ा विद्रोह खड़ा किया था। बैठक में, राजा राम गौतम, रामअवध, दिलीप कुमार, अवधेश कन्नौजिया, अमरचंद यादव, सुनील राजभर, अश्वनी कुमार आदि मौजूद रहे।