सुखे से खेतों में पड़ी दरारें धान की आस छोड़ चुके किसान

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

◆किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेकर धान की रोपाई किसान के माथे पर आयी सिलवटें

ब्यूरो / बांसडीह(बलिया) : भयंकर सुखा से धान के खेतो में बड़ी बड़ी दरारे पड़ गयी हैँ तथा पानी के अभाव में धान कि फसले सुख रही रही हैँ। जिससे क्षेत्र के किसानो के माथे पर चिंता लकीरे साफ साफ देखी जा सकती हैँ। एक तरफ भगवान इंद्र नाराज चल रहे हैं। 

दुसरी तरफ अघोषित विद्युत कटौती तथा पानी के अभाव में क्षेत्र के नहरों में इस समय पानी कि धूल उड़ रही है तथा पूरी नहर झाड़ झकाड़ से पटी पड़ी है। किसानो के बार बार मांग के बाद भी अब तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया कुछ किसान अपने निजी संसाधनों से अब तक किसी तरह फसलो को बचाये रखा था जिसे अब बचा पाना मुश्किल हो रहा है। 

क्षेत्र के किसान विजय बहादुर सिंह,अनूप सिंह,जितेंद्र सिंह,संजय सिंह,जय प्रकाश वर्मा,मिथिलेश सिंह, मनोज पाठक, आशीष सिंह सहित अन्य किसानो ने कहा कि किसी तरह पैसे का इंतजाम कर धान कि रोपाई तो हो गयी लेकिन पानी के अभाव में फसले सुख कर बर्बाद हो रही है। क्षेत्र के किसानो ने शासन प्रशासन से क्षेत्र को सुखाग्रस्त घोषित कर किसानो को सुखा राहत पैकेज देने कि मांग कि हैँ।

◆औसत से काफी कम हुई वर्षा◆

 गांधी महाविद्यालय मिड्ढा के मौसम विज्ञान प्रभारी सुरेश सिंह के अनुसार जनपद में अब तक 451 मिलिमीटर वर्षा हुआ जो औसत से 164 मिलीमीटर कम है वही फसलो के लिए ठीक नहीं है इससे पैदवार पर बड़ा असर पड़ेगा। जिससे किसान चिंतित व निराश है।