लता पताओं से सुसज्जित मोनी बाबा का आश्रम

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

मथुरा। गोवर्धन के राधाकुंड परिक्रमा मार्ग जमुना विहार स्थित मोनी बाबा आश्रम में जमुना विहार श्री गिरिराज मुखारविंद मंदिर की विशेषता यह है कि यहां होने वाले पंचामृत अभिषेक को एकत्रित करके उस को प्रसाद के रूप में साधु-संतों बच्चों व भक्तों को बांटा जाता है। यहां पर दुग्ध अभिषेक का मिस यूज नहीं होता है। मंदिर के मुकुंद शरण शास्त्री मोनी बाबा पिछले 4 वर्षों से यहां रहकर ठाकुर जी की भक्ति के अलावा संत सेवा, गौ सेवा, विकलांग सेवा, गरीबों की सेवा कर रहे हैं। खाद्यय सामग्री वितरित होती है।

 छप्पन भोग व अन्नकूट समय-समय पर होते रहते हैं। आश्रम पेड़ पौधे और लता पताओं से सुसज्जित है। इसकी शोभा देखते ही बनती है। यहां शांति की अनुभूति प्राप्त होती है। महाराज कई वर्षों से मोन है। मुकुंद शरण शास्त्री मोनी बाबा ने बताया हमारा उद्देश्य एकांत में रहकर भगवान का भजन करना है। सनातन धर्म, संस्कृति व संस्कृत के प्रचार के लिए लोगों को जागरूक होना होगा।

 श्री गिरिराज जी साक्षात देवता है। उनकी कृपा के बिना गिरिराज जी का बास करना असंभव है। गिर्राज जी की महिमा अपरंपार है। बहुत बड़ी शक्ति है। पुरुषोत्तम मास में दान पुण्य कथा भागवत सुनने का अत्यधिक फल प्राप्त होता है। यहां के कण-कण में भगवान का वास है। अधिक मास में आश्रम में कई विविध कार्यक्रम भंडारे हुए।