रक्षाबंधन का त्यौहार

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


रिमझिम सावन की है फुहार ,

रक्षाबंधन की है पावन त्यौहार ।


सज-धज कर अब भाई बैठे है तैयार ,

बहना बंधेगे राखी और मिलेगे उपहार ।।


प्रेम -प्यार स्नेह संग खुशियां मिले अपार,

रक्षाबंधन अटूट विश्वास आशीष और दुलार।।


कच्चे धागे बांध प्रीत की है संचार ,

पावन सा है राखी का त्यौहार ।।


जिनकी नही है बहना वो दुखी है अपार,

सावन की झड़ी और भाई- बहन का प्यार ।।


राधा की उम्मीद और कान्हा का प्यार ,

मुबारक हो आप सभी को रक्षाबंधन का त्यौहार ।।


रचनाकार-

डोमेन्द्र नेताम (डोमू)

मुण्डाटोला डौण्डीलोहारा  

जिला-बालोद (छ.ग)