सनी देओल के बंगला नीलामी आदेश वापस लेने पर मचा बवाल, विपक्ष ने दागा सवाल कहा- ऐसा क्या हो गया

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार कहे जाने वाले सनी देओल आज किसी भी पहचान के मौहताज नहीं हैं। एक्टर ने वैसे तो इंडस्ट्री में कई हिट फिल्में दी हैं। इसी के साथ हाल ही में एक्टर की फिल्म गदर 2 रिलीज हुई हैं। जिसने बॉक्स ऑफिस पर गदर मचा दिया हैं। फिल्म ने कमाई के मामले में कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे में हाल ही में सनी देओल का नाम कानूनी पचड़े में पड़ता हुआ भी दिख रहा था। जहां एक्टर सनी देओल के जुहू स्थित बंगले की नीलामी का नोटिस जारी कर बैंक ने यह बताया था की 56 करोड़ रुपए लोन लिया था, जिसे उन्होंने चुकाया नहीं।

ऐसे में अब 24 घंटों के अंदर ही अंदर बैंक ने इस नोटिस को वापस भी ले लिया हैं। जिसपर अब जमकर सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल रविवार को पब्लिश हुए नोटिस के मुताबिक सनी ने 56 करोड़ रुपए  का लोन लिया था, जिसे उन्होंने चुकाया नहीं। लोन न चुका पाने पर 25 सितंबर को बंगले की नीलामी की तारीख भी दी गई थी। बैंक ने सनी से लोन रिकवरी के नोटिस का विज्ञापन भी छपवाया था। इसमें सनी के गांरटर के तौर पर पिता धर्मेंद्र का भी नाम लिखा था। 

लेकिन लोगों को आश्चर्य तब हुआ जब अगले ही दिन लोगों को कुछ और ही देखने और सुनने को मिला।  इतना सब कुछ होने के बाद अचानक बैंक ने 24 घंटो के भीतर ही नोटिस वापिस भी ले लिया हैं। बैंक ने सोमवार को अखबारों में खंडन जारी कर कहा- यह नोटिस तकनीकी कारणों से वापस लिया जा रहा है। सनी देओल की प्रॉपर्टी की नीलामी नहीं होगी। अब इस फैसले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पूछा- नीलामी रोकने के तकनीकी कारण कहां से आ गए?

 कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सवाल उठाया। उन्होंने ट्वीट किया, कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है क्योंकि उन्होंने बैंक के 56 करोड़ रुपए नहीं चुकाए हैं। आज सुबह 24 घंटे से भी कम समय में देश को पता चलता है कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने तकनीकी कारणों से नीलामी नोटिस वापस ले लिया है। आश्चर्य है कि इन तकनीकी कारणों को किसने ट्रिगर किया? सनी देओल का ऑफिशियल नाम अजय सिंह देओल है। वे 2019 से पंजाब की गुरदासपुर सीट से भाजपा सांसद हैं। बता दे की सनी देओल इन दिनों अपनी फिल्म गदर को लेकर खूब लाइमलाइट बटोर रहे हैं।