पेट की चर्बी घटाने से लेकर शरीर दर्द में मिलेगा आराम, सही तरीके से करें हंसासन का अभ्यास

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। नतीजा होता है कि बढ़ती उम्र में होने वाली शारीरिक समस्याएं कम उम्र में होने लगती हैं। शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, साथ ही शारीरिक सक्रियता कम होने से शरीर में दर्द और वजन बढ़ने की शिकायत भी हो सकती है। व्यस्तता के कारण अगर आपके पास सेहत पर ध्यान देना का वक्त नहीं भी होता है, तो भी महज आधे घंटे का वक्त खुद के लिए निकालकर नियमित योगासनों का अभ्यास करें। योग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है।

कई अलग अलग तरह के योगासन हैं, जो विभिन्न शारीरिक समस्याओं पर असरदार हैं, लेकिन दिनचर्या में हंसासन योग को शामिल करके विभिन्न समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। हंसासन योग के अभ्यास से रीढ़ की हड्डियों की समस्याएं दूर होती हैं। हर प्रकार के शारीरिक दर्द से छुटकारा मिलता है। पेट की चर्बी कम होती है। आइए जानते हैं हंसासन योग के अभ्यास का सही तरीका और इसके विभिन्न फायदे।

हंसासन के अभ्यास का तरीका

स्टेप 1- घुटनों के बल जमीन पर बैठकर दोनों पंजों को साथ में रखें और घुटनों को अलग करें। हथेलियों को जमीन पर टिकाकर उंगलियों को पैरों की ओर रखें।

स्टेप 2- अब दोनों हाथों की कलाइयों को पास लाते हुए भुजाओं के आगे के भाग को शरीर से सटाकर आगे की ओर झुकें।

स्टेप 3- इस दौरान पेट कोहनियों के ऊपर हो और छाती भुजाओं के ऊपरी भाग पर रहे। संतुलन बनाते हुए पैरों को धीरे- धीरे पीछे की ओर सीधा करने का प्रयास करें।

स्टेप 4- अब पंजों को एक साथ रखते हुए पैरों की उंगलियों को जमीन पर टिकाएं और शरीर का भार हाथ व पैर की उंगलियों पर हो।

स्टेप 5- कुछ देर इसी पोजीशन में रहें पर उंगलियों पर अधिक जोर न दें। फिर घुटनों को जमीन पर ले जाते हुए वज्रासन में बैठ जाएं।

इस आसन को लगभग 10 मिनट नियमित कर सकते हैं, हालांकि शुरुआत में योगा ट्रेनर की मदद से अभ्यास करें। 

हंसासन के अभ्यास के फायदे

 हंसासन योग के नियमित अभ्यास से सीना मजबूत और सुडौल होता है व शरीर स्वस्थ रहता है।

हंसासन के अभ्यास के पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है और वजन बढ़ने से रोका जा सकता है।

हाथ- पैरों की मांसपेशियों की मजबूती के लिए रोजाना कुछ देर हंसासन का अभ्यास करना लाभकारी है।

हंसासन का अभ्यास मल-मूल की परेशान को दूर करता है और पाचन तंत्र बेहतर बनाता है।

इस आसन को नियमित करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और चेहरे पर चमक व त्वचा स्वस्थ बनती है।

मानसिक शांति के लिए भी हंसासन योग का अभ्यास लाभकारी है।