डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय समिति की बैठक में स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने का संकल्प

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

नयी दिल्ली : दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की क्षेत्रीय समिति का 75वां सत्र शुक्रवार को भूटान में संपन्न हुआ। सत्र में सदस्य देशों ने वर्तमान और भविष्य की जरूरतों के अनुरूप स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने, बहुक्षेत्रीय कार्यों में तेजी लाने और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से सक्रिय बनाने का संकल्प लिया।

डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि कमजोर आबादी की पहचान करने और उनकी स्वास्थ्य जरूरतों को कैसे पूरा किया जा सकता है, इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हम इतिहास को परिभाषित करने वाले मोड़ पर हैं। पिछले ढाई वर्षों में इस क्षेत्र और दुनिया में व्यापक परिवर्तनकारी बदलाव आए हैं। 

सिंह ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे लिए न केवल स्वास्थ्य पर अधिक खर्च करना महत्वपूर्ण है, बल्कि कुशलतापूर्वक खर्च करना और समान रूप से खर्च करना भी महत्वपूर्ण है। हमारा ध्यान कमजोर आबादी पर होना चाहिए, हमें उनकी पहचान करनी चाहिए और देखना चाहिए कि हम उनकी जरूरतों को कैसे पूरा कर सकते हैं। सिंह ने कहा, ‘‘हम किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते क्योंकि हम सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज, स्वास्थ्य सुरक्षा और सभी के लिए स्वास्थ्य की दिशा में तेजी से और निरंतर प्रगति करना चाहते हैं।

 डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मौजूदा कोविड -19 महामारी से सीखे गए सबक पर देश आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने और स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है जो पर्यावरण अनुकूल हो। बयान में कहा गया कि इस क्षेत्र में डब्ल्यूएचओ की वार्षिक शासी निकाय बैठक ने प्राथमिक देखभाल और सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को संबोधित करने के लिए ‘पारो घोषणा’ को अपनाया। 

कोविड -19 महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद प्रत्यक्ष रूप से यह बैठक हुई। बयान में कहा गया है कि क्षेत्रीय समिति ने मुंह और आंखों की देखभाल सहित गैर-संचारी रोगों के खिलाफ प्रगति में तेजी लाने और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के समर्थन में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने के लिए सामाजिक भागीदारी को बढ़ावा देने के प्रस्तावों को अपनाया। समिति ने 2027 तक जलवायु परिवर्तन (2017-2022) के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों के निर्माण में कार्रवाई को लेकर क्षेत्रीय रूपरेखा का विस्तार करने का निर्णय लिया। बयान में कहा गया है कि सदस्य देश सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने और टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने के प्रयासों में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 बयान में कहा गया कि सत्र ने दक्षिण-पूर्व एशिया 2022-2030 में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक खाके के क्रियान्वयन का समर्थन किया, और दो कार्य योजनाएं- दक्षिण-पूर्व एशिया में 2020-2030 तक मौखिक स्वास्थ्य और एकीकृत जन-केंद्रित नेत्र देखभाल का भी समर्थन किया।

क्षेत्रीय समिति ने व्यापक जन-केंद्रित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक लक्ष्यों के अनुरूप क्षेत्रीय ज्ञान और अनुभव-साझा करने के तंत्र को फिर शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।