मेरे दिल की बात समझना,
गीतों को सौगात समझना।
कुछ और नहीं है मेरे पास,
उनको मेरा प्यार समझना।
गीतों को सौगात समझना।
उदगार समर्पित सारे तुमको,
जीवन का सब सार समझना।
प्रेम के धागे से क्यों ना बंधे,
मेरे तुम हालात समझना।
गीतों को सौगात समझना।
पीर हृदय की कह दी तुमसे,
धीरे से तुम बात समझना।
नामुमकिन था मेरा मिलना,
मेरी उलझन यार समझना।
गीतों को सौगात समझना।
चाहत मेरी हुई ना कम,
गीतों में तेरी है धड़कन।
गीतों को ही हार समझना
मेरे सब जज्बात समझना।
गीतो को सौगात समझना।
जातिवाद की दीवार खड़ी थी।
मिलना हो सकता था मुमकिन,
हौसले की कमी बड़ी थी,
मेरे सब हालात समझना।
गीतों को सौगात समझना
मेरे दिल का हाल समझना।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा